पुणे, 1 अक्टूबर: पुलिस ने एक महिला और दो नाबालिगों को बचाया है, जिनमें एक युवा लड़की भी शामिल है, जिन्हें लोनावला के कुसगांव इलाके के पास एक घर में तीन सप्ताह से सेक्स स्लेव के रूप में बंधक बनाकर रखा गया था. इस दरिंदगी के दौरान महिला और लड़की दोनों के साथ बार-बार सामूहिक बलात्कार किया गया. नाबालिग घर के भीतर जंजीरों से बंधे हुए पाए गए. पुलिस ने इस सिलसिले में दो लोगों को गिरफ्तार किया और उनके दो किशोर सहयोगियों को हिरासत में लिया. न्यूजनाइन की रिपोर्ट के अनुसार, गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान मावल तालुका के राज सिद्धेश्वर शिंदे (25) और ज्ञानेश्वर रामभाऊ लोकरे (41) के रूप में की गई है. यह भी पढ़ें: Russia Horror: हैवानियत की हद पार! 19 साल की लड़की को किडनैप कर 14 साल तक बनाए रखा सेक्स स्लेव
ये संदिग्ध एक बड़े गिरोह का हिस्सा थे, जिसमें तीन महिलाओं सहित कुल दस सदस्य थे, जो हनुमान टेकड़ी और लोनावला के आसपास के इलाकों में सशस्त्र डकैतियों के साथ पर्यटकों को निशाना बनाने के लिए जाने जाते थे. गिरोह के शेष सदस्य, सभी आपराधिक रिकॉर्ड वाले, वर्तमान में फरार हैं. पुलिस ने कहा कि आरोपी अपराधों में 17 सितंबर को सहारा पुल पर पर्यटकों को निर्वस्त्र करना और चाकुओं से हमला करना, उनसे नकदी और सेलफोन लूटना शामिल था. शिंदे के पास से चोरी का एक सेलफोन बरामद किया गया. 23 जनवरी को इसी गैंग ने लोनावला ब्रिज के पास पर्यटकों से मारपीट और लूटपाट की थी.
पूछताछ के दौरान, उन्होंने सशस्त्र डकैतियों और एक महिला के अपहरण में अपनी संलिप्तता स्वीकार की, शिंदे के आवास में कैद के दौरान बार-बार सामूहिक बलात्कार और दुर्व्यवहार किया गया. उत्तरजीवी, मथुरा की 22 वर्षीय महिला, घरेलू मुद्दों के कारण अपना घर छोड़कर आई थी और लोनावला पहुंचने पर उसका अपहरण कर लिया गया था. पुलिस को दो नाबालिग भी मिले जो कर्नाटक से लोनावला भागकर आये थे. शिंदे, उसकी पत्नी करीना और उसके सहयोगियों ने उनका अपहरण कर लिया था. उन्होंने उन्हें जंजीरों से बांध कर रखा, उनके साथ दुर्व्यवहार किया और उन्हें घरेलू काम में धकेल दिया. लड़की ने दो लोगों द्वारा बार-बार बलात्कार करने की भयावह घटना का खुलासा किया. पुलिस ने नाबालिगों की कस्टडी कर्नाटक में उनके परिवारों को सुरक्षित सौंप दी. गिरफ्तार लोगों के खिलाफ सामूहिक बलात्कार, सशस्त्र डकैती और अपहरण सहित कई आरोप दर्ज किए गए हैं.