नई दिल्ली, 15 सितम्बर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने शहरीकरण को समस्या की जगह आज के दौर की सच्चाई बताया है. बिहार को अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर की सात अहम परियोजनाओं की सौगात देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि शहरीकरण आज के दौर की सच्चाई है. लेकिन कई दशकों से हमारी एक मानसिकता बन गई थी, हमने ये मान लिया था जैसे कि शहरीकरण खुद में कोई समस्या है, कोई बाधा है! लेकिन मेरा मानना है, ऐसा नहीं है. ऐसा बिलकुल भी नहीं है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि एक दौर ऐसा आया, जब बिहार में मूल सुविधाओं के निर्माण के बजाय, प्राथमिकताएं और प्रतिबद्धतताएं बदल गईं. राज्य में गवर्नेंस से फोकस ही हट गया. इसका परिणाम ये हुआ कि बिहार के गांव पिछड़ते गए और जो शहर कभी समृद्धि का प्रतीक थे, उनका इंफ्रास्ट्रक्चर अपग्रेड हो ही नहीं पाया.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सड़कें हों, गलियां हों, पीने का पानी हो, सीवरेज हो, ऐसी अनेक मूल समस्याओं को या तो टाल दिया गया या फिर जब भी इनसे जुड़े काम हुए वो घोटालों की भेंट चढ़ गए. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, जब शासन पर स्वार्थनीति हावी हो जाती है, वोट बैंक का तंत्र सिस्टम को दबाने लगता है, तो सबसे ज्यादा असर समाज के उस वर्ग पर पड़ता है, जो प्रताड़ित है, वंचित है, शोषित है. बिहार के लोगों ने इस दर्द को दशकों तक सहा है.
बीते डेढ़ दशक से नीतीश कुमार, सुशील मोदी और उनकी टीम समाज के सबसे कमजोर वर्ग के आत्मविश्वास को लौटाने का प्रयास कर रही है. जिस प्रकार बेटियों की पढ़ाई को, पंचायती राज सहित स्थानीय निकाय में वंचित, शोषित समाज की भागीदारी को प्राथमिकता दी गई है, उससे उनका आत्मविश्वास बढ़ रहा है. प्रधानमंत्री ने कहा कि अब केंद्र और बिहार सरकार के साझा प्रयासों से बिहार के शहरों में पीने के पानी और सीवर जैसी मूल सुविधाओं में निरंतर सुधार हो रहा है. मिशन अमृत और राज्य सरकार की योजनाओं के तहत बीते 4-5 सालों में बिहार के शहरी क्षेत्र में लाखों परिवारों को पानी की सुविधा से जोड़ा गया है.
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि बीते 1 साल में, जल जीवन मिशन के तहत पूरे देश में 2 करोड़ से ज्यादा पानी के कनेक्शन दिए जा चुके हैं. आज देश में हर दिन 1 लाख से ज्यादा घरों को पाइप से पानी के नए कनेक्शन से जोड़ा जा रहा है. स्वच्छ पानी, न सिर्फ जीवन बेहतर बनाता है बल्कि अनेक गंभीर बीमारियों से भी बचाता है.