UP Elections 2022: बीजेपी ने तेज किया हिंदुत्व का एजेंडा, यूपी चुनाव से पहले अखिलेश यादव पर साधा निशाना

अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण और 'जय श्री राम' को भाजपा अगले साल होने वाले पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में प्रमुख मुद्दा बना सकती है. कैडर वोट बैंक के साथ अपने जुड़ाव को मजबूत कर रहे हैं और मुख्य विपक्षी - समाजवादी पार्टी (सपा) और उसके प्रमुख अखिलेश यादव को निशाना बना रहे है

बीजेपी (Photo Credits: PTI)

UP Assembly Elections 2022: अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण और 'जय श्री राम' को भाजपा अगले साल होने वाले पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में प्रमुख मुद्दा बना सकती है. कैडर वोट बैंक के साथ अपने जुड़ाव को मजबूत कर रहे हैं और मुख्य विपक्षी - समाजवादी पार्टी (SP) और उसके प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को निशाना बना रहे है. बीजेपी के एक दिग्गज राष्ट्रीय नेता ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, "हमारे लिए भगवान श्री राम और अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण कभी भी चुनावी एजेंडा नहीं था, बल्कि एक ऐसा मुद्दा था जिसने हमें भारतीय राजनीति में एक बार अलग-थलग कर दिया था.  यह बताना जरूरी है.  इससे जुड़ी उपलब्धियों के बारे में जनता को बताएं.

उत्तर प्रदेश के एक अन्य मंत्री ने आईएएनएस से कहा, "हमें लोगों को बताना चाहिए कि सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में हुआ और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल में राम मंदिर निर्माण हुआ.  हमने इस साल भी रिकॉर्ड तोड़ दीपोत्सव मनाया. इसके साथ ही लोगों को इस बारे में शिक्षित करना भी जरूरी है कि 1990 में क्या हुआ और अगर ये लोग फिर से सत्ता में आए तो क्या हो सकता है. यह भी पढ़े: UP Assembly Elections 2022: बीजेपी की नजर पूर्वाचल की सीटों पर, पीएम मोदी और अमित शाह जल्द ही करेंगे राज्य का दौरा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 3 नवंबर को अयोध्या में आयोजित दीपोत्सव के विभिन्न कार्यक्रमों में बोलते हुए दावा किया कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को कोई नहीं रोक सकता और यह 2023 तक भक्तों के लिए तैयार हो जाएगा. उन्होंने लोगों को 1990 में कारसेवकों के नरसंहार की याद दिलाते हुए कहा, "31 साल पहले अयोध्या में क्या हो रहा था? 30 अक्टूबर और 2 नवंबर, 1990 को राम भक्तों को बर्बर तरीके से निकाल दिया गया था. लाठीचार्ज भी किया गया था. उस समय जय श्री राम के नारे को अपराध माना जाता था.

अखिलेश यादव के परिवार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, "31 साल पहले जो रामभक्तों पर फायरिंग कर रहे थे, वे अब आपके सामने नतमस्तक हैं. योगी ने लोगों को यह भी आश्वासन दिया कि उनकी सरकार राम मंदिर के अलावा राज्य के अन्य मंदिरों और भगवान राम और कृष्ण के भक्तों की देखभाल भी करेगी. उन्होंने कहा, "हम राम और कृष्ण के भक्तों पर फूल बरसाएंगे और राज्य के सभी मंदिरों की देखभाल करेंगे. अखिलेश की आलोचना करते हुए योगी ने कहा, "अखिलेश यादव सरकार ने राज्य में केवल कब्रिस्तानों पर पैसा खर्च किया है.

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