Hindenburg Sebi Row: हिंडनबर्ग रिसर्च की हालिया रिपोर्ट पर भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस को निशाने पर लिया है. उन्होंने कहा कि जॉर्ज सोरोस हिंडनबर्ग का मुख्य निवेशक हैं. वे नियमित रूप से भारत के खिलाफ दुष्प्रचार करते हैं. नरेंद्र मोदी के प्रति नफरत में, कांग्रेस पार्टी ने आज भारत के खिलाफ ही नफरत पैदा कर ली है. अगर भारत का शेयर बाजार गड़बड़ा जाता है, तो इससे छोटे निवेशक परेशान होंगे. कांग्रेस पार्टी की राजनीति में एक टूलकिट राजनीति है, दूसरी चिट राजनीति है. अगर परीक्षा में चिट मिलती है, तो कार्रवाई होती है. लेकिन कांग्रेस पार्टी और उसके नेताओं को जो चिट मिलती है, उसका क्या किया जाना चाहिए?.
''वे पूरे शेयर बाजार को क्रैश करना चाहते हैं और छोटे निवेशकों के पूंजी निवेश को रोकना चाहते हैं. वे यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि भारत में कोई भीआर्थिक निवेश न हो.''
रविशंकर प्रसाद ने आगे कहा कि हमें उम्मीद थी कि तीसरी बार सत्ता से बाहर होने के बाद कांग्रेस पार्टी और उनके सहयोगी कुछ संयम और गरिमा दिखाएंगे. हालांकि, नरेंद्र मोदी के खिलाफ उनकी गहरी नफरत बनी हुई है. वे उन्हें हटाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं. भारत की जनता से मुंह की खाने के बाद कांग्रेस पार्टी, उसके सहयोगी और टूलकिट गैंग ने मिलकर भारत में आर्थिक अराजकता और अस्थिरता लाने की साजिश रची है? शनिवार को हिंडनबर्ग की रिपोर्ट जारी होती है, रविवार को हंगामा होता है, इसलिए सोमवार को पूंजी बाजार अस्थिर हो जाता है.
भारत शेयरों के मामले में भी सुरक्षित, स्थिर और आशाजनक बाजार है. बाजार को सुचारू रूप से चलाना सेबी की कानूनी जिम्मेदारी है. जब जुलाई में सेबी ने सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में अपनी जांच पूरी करने के बाद हिंडनबर्ग के खिलाफ नोटिस जारी किया, तो अपने बचाव में उन्होंने यह एक बेबुनियाद हमला किया है.