VIDEO: चुनाव आयोग का बड़ा ऐलान! 12 अन्य राज्यों में होगा SIR; जानें प. बंगाल, तमिलनाडु और तेलंगाना के अलावा कहां अपडेट होगा Voter List
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार (CEC Gyanesh Kumar) ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में देश भर में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के दूसरे चरण की घोषणा की है.
SIR 2025 Update: मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार (CEC Gyanesh Kumar) ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में देश भर में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के दूसरे चरण की घोषणा की. इस चरण में 12 राज्यों में मतदाता सूची (Voter List) को अपडेट किया जाएगा. इनमें अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, गोवा, पुडुचेरी, छत्तीसगढ़, गुजरात, केरल, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और तेलंगाना शामिल हैं. SIR के तहत वोटर लिस्ट में नए मतदाताओं को जोड़ा जाएगा और त्रुटियों को ठीक किया जाएगा. दूसरे चरण के जिन राज्यों में SIR होना है, वहां की वोटर लिस्ट सोमवार रात तक फ्रीज कर दी जाएगी.
12 राज्यों में अपडेट होगा वोटर लिस्ट
EC से जुड़े सभी अधिकारियों को निर्देश
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने बताया कि गणना फॉर्म पहले से उपलब्ध विवरणों के साथ भरे जाएंगे, जिनमें पिछले SIR का विवरण भी शामिल होगा. SIR के दूसरे चरण के लिए मतदान अधिकारियों का प्रशिक्षण मंगलवार से शुरू होगा. सभी मुख्य निर्वाचन अधिकारियों और जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे परसों तक राजनीतिक दलों से मिलें और उन्हें एसआईआर प्रक्रिया के बारे में जानकारी दें
उन्होंने कहा,''एसआईआर यह सुनिश्चित करेगा कि कोई भी पात्र मतदाता छूटे नहीं और कोई भी अपात्र मतदाता सूची में शामिल न हो.''
त्रुटिरहित मतदाता सूची देना लक्ष्य
मुख्य चुनाव आयुक्त ने आगे बताया कि यह प्रक्रिया लोकतंत्र को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. इस प्रक्रिया से पहले, आयोग ने पारदर्शी और त्रुटिरहित मतदाता सूची सुनिश्चित करने पर चर्चा करने के लिए सभी 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के चुनाव अधिकारियों के साथ बैठकें कीं.
उन्होंने कहा, "आज हम देश भर में SIR के दूसरे चरण की शुरुआत कर रहे हैं. मैं बिहार के सभी मतदाताओं का धन्यवाद करता हूं, जिन्होंने पहले चरण में उत्साहपूर्वक भाग लिया. लगभग 7.5 करोड़ लोगों की सक्रिय भागीदारी ने इस प्रक्रिया को सफल बनाया."
'1951-2004 के बीच 8 बार हुआ SIR'
उन्होंने बताया कि 1951 से 2004 के बीच देश में आठ बार एसआईआर (SIR) का आयोजन किया जा चुका है. कई राजनीतिक दलों ने समय-समय पर मतदाता सूचियों की सटीकता और गुणवत्ता पर सवाल उठाए हैं, जबकि यह संशोधन प्रक्रिया अधिक व्यापक आधार पर संचालित की जा रही है.
मुख्य चुनाव आयुक्त ने उन पात्र नागरिकों से, जिनका नाम अभी तक मतदाता सूची में शामिल नहीं है, निर्धारित समय सीमा के भीतर अपना नाम जुड़वाने के लिए आवेदन करने की अपील की ताकि आगामी चुनावों में उनके वोट सुरक्षित रहें.