प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में 3 अहम परियोजनाओं का किया उद्घाटन, 'किसान सूर्योदय योजना' का किया शुभारंभ
पीएम मोदी ने शनिवार को गुजरात में तीन प्रमुख परियोजनाओं का वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से उद्घाटन किया. प्रधानमंत्री ने गुजरात के किसानों के लिए 'किसान सूर्योदय योजना' का शुभारंभ करने के साथ अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में यू.एन. मेहता इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी और टेली-कार्डियोलॉजी के लिए एक मोबाइल एप्लीकेशन का उद्घाटन किया.
नई दिल्ली, 24 अक्टूबर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने शनिवार को गुजरात में तीन प्रमुख परियोजनाओं का वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से उद्घाटन किया. प्रधानमंत्री ने गुजरात (Gujarat) के किसानों के लिए 'किसान सूर्योदय योजना' का शुभारंभ करने के साथ अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में यू.एन. मेहता इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी एंड रिसर्च सेंटर के साथ पीडियाट्रिक हार्ट हॉस्पिटल और टेली-कार्डियोलॉजी के लिए एक मोबाइल एप्लीकेशन का उद्घाटन किया. गिरनार में एक रोपवे परियोजना का भी उन्होंने शुभारंभ किया.
'किसान सूर्योदय योजना' के तहत, किसान सुबह 5 बजे से रात 9 बजे तक बिजली पा सकेंगे. गुजरात सरकार ने 2023 तक इस योजना के तहत पारेषण अवसंरचना स्थापित करने के लिए 3500 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है. 2020-21 के लिए दाहोद, पाटन, महिसागर, पंचमहल, छोटा उदेपुर, खेड़ा, तापी, वलसाड, आनंद और गिर-सोमनाथ को योजना के तहत शामिल किया गया है. शेष जिलों को 2022-23 तक चरणबद्ध तरीके से कवर किया जाएगा.
प्रधानमंत्री मोदी ने यू.एन. मेहता इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी एंड रिसर्च सेंटर के साथ जुड़े पीडियाट्रिक हार्ट हॉस्पिटल का भी उद्घाटन किया. अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में टेली-कार्डियोलॉजी के लिए एक मोबाइल एप्लीकेशन की शुरुआत भी की. यूएन मेहता इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी का 470 करोड़ रुपये की लागत से विस्तार किया जा रहा है. विस्तार परियोजना के पूरा होने के बाद यहां बिस्तरों की संख्या 450 से बढ़कर 1251 हो जाएगी.
संस्थान देश का सबसे बड़ा एकल सुपर स्पेशलिटी कार्डियक शिक्षण संस्थान भी बन जाएगा और दुनिया के सबसे बड़े एकल सुपर स्पेशिएलिटी कार्डियक अस्पतालों में से एक होगा. गिरनार में रोपवे का भी प्रधानमंत्री मोदी ने उद्घाटन किया. इससे गुजरात एक बार फिर वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर उभर आएगा. शुरुआत में इसमें आठ लोगों को ले जाने की क्षमता वाले 25-30 कैबिन होंगे. इस रोपवे में 2.3 किलोमीटर की दूरी केवल 7.5 मिनट में कवर की जाएगी. पर्यटक इस रोपवे पर यात्रा करते समय गिरनार पर्वत के आस-पास के प्राकृतिक सौंदर्य के दर्शन कर सकेंगे.