नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना तानाशाह औरंगजेब से करते हुए कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि देश में बीते 49 महीने से अघोषित आपातकाल है और लोकतंत्र को उनकी पार्टी भाजपा ने बंधक बना लिया है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को 'बहुत झूठी पार्टी' और मोदी को 'झूठा प्रधानमंत्री' बताते हुए कांग्रेस ने कहा कि अपने अहंकार के कारण भाजपा 2019 में 1984 की अपनी गति को प्राप्त होगी, जब वह दो सीटों पर सिमट गई थी.
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, "दिल्ली सल्तनत के औरंगजेब से ज्यादा क्रूर तानाशाह सम्राट नरेंद्र मोदी ने आज (मंगलवार) को देश को आपातकाल का सबक दे रहे हैं, जो 43 साल पहले हुआ था.
सुरजेवाला ने कहा, वह कहना भूल गए कि औरंगजेब ने सिर्फ अपने पिता को कैद किया था, लेकिन बीते 49 महीनों में अघोषित अपातकाल में आज के औरंगजेब मोदीजी ने अपनी पार्टी भाजपा के साथ लोकतंत्र को बंधक बना दिया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि 1975-77 का आपातकाल एक काला दौर था, जिसे राष्ट्र कभी भुला नहीं सकता और इसके जरूरी पहलुओं 'लेखन, चर्चा और विचार-विमर्श और सवाल' से लोकतंत्र को मजबूत बनाने का आह्वान किया और भारतीय संविधान व लोकतंत्र की सुरक्षा की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया.
सुरजेवाला ने कहा, बीते 49 महीनों से प्रधानमंत्री मोदी अपने बहुत से झूठे वादों से पलट गए. काला धन अभी तक नहीं वापस आया और मोदी सरकार के तहत लोकतंत्र को कुचला जा रहा है. असंतोष को दबाने के लिए भय का वातावतरण पैदा किया जा रहा है.
उन्होंने कहा, "पिछले 49 महीनों से इस देश में अघोषित आपातकाल है और विपक्ष को दबाया जा रहा है. मोदीजी खुद उन लोगों का अनुसरण (फॉलो) करते हैं, जो भाजपा की मंत्री सुषमा स्वराज सहित उनका विरोध करने वाले किसी को भी मौत व दुष्कर्म की धमकी देते हैं."
उन्होंने कहा, "वित्त मंत्रालय उन्नतशील भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार की बजाय इसमें बाधा डालने के लिए सक्रिय तौर पर काम कर रहा है. प्रधानमंत्री खुद राज्यों को धमकाते हैं कि अगर उनकी बात न मानी तो उन्हें जारी किए जाने वाले अनुदान में कटौती की जाएगी.
सुरजेवाला ने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी अपनी विफलताएं छिपाने के लिए लोगों का ध्यान बंटा रहे हैं. वह 43 साल पुराने आपातकाल की बात करके देश का ध्यान मूल मुद्दों से भटकाने की कोशिश कर रहे हैं.
भाजपा पर हमला करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा, "43 साल पहले जनता पार्टी अमीर व जमींदार समर्थक थी, जबकि कांग्रेस पार्टी ने बैंकों तक वंचितों की पहुंच के लिए लड़ाई लड़ी. यहां तक कि भाजपा आज भी चंद अमीरों का ही पक्ष लेती है."