पटना साहिब लोकसभा सीट 2019 के चुनाव परिणाम: शत्रुघ्न सिन्हा को पछाड़ रविशंकर प्रसाद चल रहे आगे
शत्रुघ्न सिन्हा और रविशंकर प्रसाद (Photo Credits: Twitter)

लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) जो रविवार 19 मई को संपन्न हुए उनके शुरुआती रुझान आने शुरू हो गए हैं. इसी कड़ी में बिहार के पटना साहिब  (Patna Sahib) सीट के रुझान भी आ रहे हैं. इस सीट से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के रविशंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad) और कांग्रेस (Congress) के शत्रुघ्न सिन्हा (Shatrughan Sinha) मैदान में हैं. ताजा रुझानों के मुताबिक, रविशंकर प्रसाद आगे चल रहे हैं. बता दें कि लोकसभा चुनावों के लिहाज से बिहार (Bihar) एक अहम राज्य हैं जिसमें 40 लोकसभा सीट है. सूबे में 7 चरणों में लोकसभा चुनाव हुए थे. रविवार शाम को आए ज्यादातर एग्जिट पोल के नतीजों में एनडीए गठबंधन के महागठबंधन से आगे रहने का अनुमान लगाया गया है.

बता दें कि पटना साहिब सीट देश की उन चुनिंदा सीटों में एक हैं जहां कायस्थ मतदाता निर्णायक भूमिका में हैं. बीजेपी ने इस सीट पर पार्टी से असंतुष्ट रहने वाले शत्रुघ्न सिन्हा का टिकट इस बार काट दिया और उन्हीं की जाति से संबंध रखने वाले केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद को टिकट दिया है. इसके बाद शत्रुघ्न सिन्हा बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए. पटना साहिब पर शत्रुघ्न सिन्हा को महागठबंधन का समर्थन हासिल है जिसमें लालू प्रसाद यादव की अगुवाई वाला राष्ट्रीय जनता दल (RJD) भी शामिल है. पटना साहिब सीट का गठन साल 2008 में नए परिसीमन के तहत हुआ था. इसके बाद से यहां पर दो लोकसभा चुनाव हुए हैं. दोनों ही बार बीजेपी के टिकट पर शत्रुघ्न सिन्हा सांसद चुने गए.

राजनीतिक विश्लेषकों का कहना था कि पटना साहिब सीट पर जातीय समीकरण के आधार पर कायस्थों का दबदबा रहा है. लगभग पांच लाख से ज्यादा कायस्थों के अलावा यहां यादव और राजपूत मतदाताओं की भी खासी संख्या है. सामान्य तौर पर यहां के कायस्थ वोटरों का झुकाव बीजेपी की तरफ माना जाता है. इस बार चुनाव मैदान में दोनों ही तरफ बड़े कायस्थ चेहरे खड़े होने की वजह से वोट बंटने के कयास लगाए गए. जेडीयू के साथ होने की वजह से रविशंकर प्रसाद को कुर्मी और अतिपिछड़ा वोटों का भी लाभ हो सकता है. यह भी पढ़ें- लोकसभा चुनाव 2019: बिहार की पाटलिपुत्र सीट पर रामकृपाल यादव और लालू प्रसाद की बेटी मीसा भारती के बीच कांटे की टक्कर

गौरतलब है कि रविशंकर प्रसाद के पिता ठाकुर प्रसाद जनसंघ के संस्थापकों में से एक थे. पटना साहिब लोकसभा क्षेत्र में छह विधानसभा सीटें आती हैं. इन विधानसभा सीटों में बख्तियारपुर, बांकीपुर, कुम्हरार, पटना साहिब, दीघा और फतुहा सीटें शामिल हैं. इनमें पांच सीटें बीजेपी के पास है. सिर्फ फतुहा सीट आरजेडी के पास है. साल 2008 में परिसिमन से पहले पटना सीट पर 1952 से 1962 तक कांग्रेस और 1967 व 1971, 1980 में सीपीआई ने जीत दर्ज की. 1977 में जनता दल, 1984 में कांग्रेस जीती. 1989 में पहली बार बीजेपी ने इस सीट पर जीत दर्ज की. 1991 और 1996 में जनता दल व 1998 और 1999 में यह सीट बीजेपी की झोली में गई.

बता दें कि बिहार की कुल 40 सीटों पर सात चरणों में वोट डाले गए थे. 11 अप्रैल 2019 को पहले चरण के लिए वोट डाले गए तो वहीं 19 मई को आखिरी चरण का मतदान संपन्न हुआ. पहले चरण में कुल 91 सीटों के लिए वोट डाले गए. दूसरे चरण में 97, तीसरे चरण में 117, चौथे चरण में 71, पांचवे चरण में 51, छठे चरण में 59 और सातवें चरण में 59 लोकसभा सीटों के वोट डाले गए.

भाषा इनपुट