कांग्रेस का दावा झूठा, UPA राज में सर्जिकल स्ट्राइक के कोई सबूत नहीं: रक्षा मंत्रालय

इस पुरे मसले पर रक्षा मंत्रालय का कहना है कि उसके पास सिर्फ एक ही सर्जिकल स्ट्राइक का डाटा मौजूद है जो 2016 में उत्तरी कश्मीर के उरी में आतंकी हमले के जवाब में 29 सितंबर को किया गया था.

पीएम मोदी और राहुल गांधी (Photo Credits: IANS)

नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव 2019 से पहले एक बार फिर देश में सर्जिकल स्ट्राइक (Surgical Strike) की चर्चा लगातार छिड़ी हुई है. आपको बता दें कि कांग्रेस (Congress) ने पिछले दिनों दावा किया था कि यूपीए (UPA) कार्यकाल के दौरान 6 सर्जिकल स्ट्राइक (Surgical Strike) की गई थी, लेकिन तत्कालीन सरकार ने इसकी चर्चा नहीं की. हालांकि इस दावे के उलट रक्षा मंत्रालय का कहना है कि 2016 से पहले भारतीय सेना (Indian Army) की ओर से ऐसे किसी स्ट्राइक की सूचना उसके पास मौजूद नहीं है. ज्ञात हो कि रक्षा मंत्रालय का यह बयान आरटीआई (RTI) के तहत पूछे गए एक सवाल के जवाब में आया.

बता दें कि जम्मू (Jammu) के सूचना के अधिकार (आरटीआई) के एक कार्यकर्ता की ओर से मांगे गए सवाल के जवाब में रक्षा मंत्रालय का यह बयान कांग्रेस की अगुवाई में कई यूपीए नेताओं के दावों में विरोधाभास दिखाता है. कांग्रेस (Congress) का कहना है कि उसके कार्यकाल के दौरान 6 सर्जिकल स्ट्राइक (Surgical Strike) की गई लेकिन उसका इस्तेमाल कभी भी वोट के लिए नहीं किया गया. यह भी पढ़े-कांग्रेस के 6 सर्जिकल स्ट्राइक के दावों पर पूर्व सेना प्रमुख वीके सिंह का बयान, झूठ बोलना कांग्रेस की आदत

इस पुरे मसले पर रक्षा मंत्रालय का कहना है कि उसके पास सिर्फ एक ही सर्जिकल स्ट्राइक (Surgical Strike) का डाटा मौजूद है जो 2016 में उत्तरी कश्मीर के उरी (Uri) में आतंकी हमले के जवाब में 29 सितंबर को किया गया था.

2004 से 2014 के बीच कितने हुए सर्जिकल स्ट्राइक?

जम्मू में रहने वाले आरटीआई कार्यकर्ता रोहित चौधरी ने रक्षा मंत्रालय में आरटीआई (Surgical Strike) दाखिल करते हुए 2004 से 2014 के बीच सर्जिकल स्ट्राइक (Surgical Strike) के बारे में जानकारी मांगी थी. रक्षा मंत्रालय ने डीजीएमओ (DGMO) के जरिए जवाब दिया कि उसके पास सेना की ओर से किए गए एक ही सर्जिकल स्ट्राइक (Surgical Strike) का आंकड़ा मौजूद है जिसे 29 सितंबर, 2016 में नियंत्रण रेखा के पार किया गया था.

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