लोकसभा चुनाव 2019: सीएम एन. चंद्रबाबू नायडू पुनर्मतदान के खिलाफ कर सकते हैं प्रदर्शन
राज्य के एक लोकसभा क्षेत्र के पांच मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान कराए जाने के चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू (N. Chandrababu Naidu) शुक्रवार को दिल्ली में प्रदर्शन कर सकते हैं...
अमरावती: राज्य के एक लोकसभा क्षेत्र के पांच मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान कराए जाने के चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू (N. Chandrababu Naidu) शुक्रवार को दिल्ली में प्रदर्शन कर सकते हैं. चित्तरू लोकसभा क्षेत्र में पुनर्मतदान के मतदान निकाय के फैसले पर अपना विरोध प्रदर्शन करने के लिए तेलुगू देशम पार्टी (Telugu Desam Party) के अध्यक्ष, मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा से मिलकर उन्हें एक ज्ञापन पत्र सौपेंगे.
टीडीपी के सूत्रों का कहना है कि इस पत्र को जमा करने के बाद चंद्रबाबू नायडू दिल्ली में चुनाव आयोग के इस फैसले पर अपना विरोध जताने के लिए धरना दे सकते हैं. नायडू का कहना है कि चुनाव आयोग ने उनकी पार्टी की पुनर्मतदान की मांग को तो खारिज कर दिया था लेकिन वाईएसआर कांग्रेस पार्टी की मांग को चुनाव के एक महीने बाद मान लिया. ऐसा कर उसने पक्षपात किया है.
यह भी पढ़ें: लोकसभा चुनाव 2019 : सीएम एन. चंद्रबाबू नायडू ने कहा- चुनाव आयोग की ईमानदारी और निष्पक्षता दांव पर
चुनाव आयोग ने बुधवार को चंद्रगिरी विधानसभा और चित्तूर लोकसभा क्षेत्र के पांच मतदान केंद्रों पर दोबारा वोटिंग कराने का फैसला लिया है. चंद्रगिरी विधानसभा सीट और चित्तूर (सुरक्षित) लोकसभा सीट के इन पांच मतदान केंद्रों पर मतदान की प्रक्रिया 19 मई को सुबह सात से शाम के पांच बजे तक होगी.
ऐसा इस वजह से हुआ क्योंकि चंद्रगिरी के निवर्तमान विधायक और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार चेवरेड्डी भास्कर रेड्डी ने इस बात की शिकायत की थी कि 11 अप्रैल को एक विशेष समुदाय के मतदाताओं को वोट डालने की अनुमति नहीं दी गई थी. इससे पहले 6 मई को तीन जिलों में फैले पांच मतदान केंद्रों पर दोबारा चुनाव कराया गया था.
राज्य में 175 सदस्यीय विधानसभा और सभी 25 लोकसभा क्षेत्रों में मतदान 11 अप्रैल को एक ही चरण में हुआ था. इस बीच, चंद्रगिरी में जहां रविवार को दोबारा मतदान होना है, वहां तनाव की स्थिति बढ़ रही है. टीडीपी ने आरोप लगाया है कि वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार चुनाव को प्रभावित करने के लिए बाहरी लोगों को ला रहे हैं.