जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस पार्टी के नेता फारुख अब्दुल्ला (Farooq abdullah) शुक्रवार को रिहा हो गए. रिहाई के साथ ही फारुख अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) पर लगाए गए पब्लिक सेफ्टी एक्ट (PSA) भी हटा दिया गया है. धारा 370 (Article 370) हटाए जाने के बाद से फारुख अब्दुल्ला करीब छह महीने से हिरासत में थे. वहीं रिहाई के बाद फारुख अब्दुल्ला ने कहा कि आज मेरे पास शब्द नहीं हैं. मैं आज आज़ाद हूँ, अब मैं दिल्ली जाऊंगा और संसद में उपस्थित रहूंगा और आप सभी से बात करूंगा. फारुख अब्दुल्ला ने कहा कि मैं राज्य के नेताओं,लोगों और देश के बाकी हिस्सों के लोगों का आभारी हूं जिन्होंने हमारी आज़ादी के लिए आवाज़ उठाई. लेकिन आज़ादी तब पूरी होगी जब सभी नेता रिहा होंगे. उन्होंने कहा कि उम्मीद है बाकी नेताओं की नजरबंदी जल्द खत्म होगी.
बता दें कि नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah)और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) अभी भी नजरबंद हैं. अनुच्छेद 370 को रद्द किए जाने और जम्मू एवं कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस लेकर उसे अलग-अलग दो केंद्र शासित प्रदेश जम्मू एवं कश्मीर व लद्दाख बनाए जाने के बाद सूबे में किसी भी प्रकार की खलल न पड़े इसलिए कई नेताओं को सरकार ने नजरबंद कर दिया गया था. लेकिन जैसे-जैसे स्थिति सामान्य होने लगी वैसे ही कई नेताओं को रिहा कर दिया गया.
पूर्व सीएम फारुख अब्दुल्ला ने कहा:-
#WATCH NC MP Farooq Abdullah released from detention, says," I'm grateful to people of the State&all leaders&people in the rest of the country who spoke for our freedom. This freedom will be complete when all leaders are released. I hope GoI will take action to release everyone". pic.twitter.com/zKS6EamydV
— ANI (@ANI) March 13, 2020
गौरतलब हो कि केंद्र ने संसद में कहा था कि जम्मू-कश्मीर में 396 लोगों को सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम (PSA) के तहत हिरासत में लिया गया है. गृह राज्य मंत्री जी. किशन रेड्डी ने शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के सांसद सरदार सुखदेव सिंह ढींढसा के एक सवाल के जवाब में राज्यसभा में कहा था कि हिरासत में लिए गए कुल 451 में से 396 लोगों को पीएसए के तहत हिरासत में रखा गया है.