Farmers Protest: राहुल गांधी का केंद्र सरकार पर हमला, बोले- पीएम मोदी के अहंकार ने जवान को किसान के खिलाफ खड़ा कर दिया
पीएम मोदी और राहुल गांधी (Photo Credits: PTI)

नई दिल्ली:- कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों का आंदोलन अब सियासी रंग लेने लगा है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सीधे मोदी सरकार पर बड़ा हमला किया है. राहुल गांधी ने ट्वीट कर एक तस्वीर को शेयर करते हुए कहा कि बड़ी ही दुखद फ़ोटो है. हमारा नारा तो ‘जय जवान जय किसान’ का था लेकिन आज PM मोदी के अहंकार ने जवान को किसान के खिलाफ खड़ा कर दिया है. राहुल गांधी ने यह हमला उस वक्त किया है जब दिल्ली में घुसने के लिए हजारों की संख्या में किसान सीमा पर पहुंच गए हैं. वैसे तो दिल्ली पुलिस ने सीमा पर इकट्ठे हुए किसानों को केवल बुराड़ी मैदान की ओर जाने की अनुमति दी गई थी. लेकिन किसानों को यह बात रास नहीं आ रहा है. सिंघु और टिकरी में बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वे विरोध के लिए मध्य दिल्ली के रामलीला मैदान या जंतर मंतर में जाना चाहते हैं.

वहीं, बीजेपी नेता भी कांग्रेस पर हमला करने से नहीं चुक रहे हैं. बीजेपी के नेता दुष्यंत गौतम ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा है कि केंद्रीय नेतृत्व ने प्रदर्शन कर रहे किसान 3 दिसंबर को बुलाया है, पहले भी बुलाया था. परन्तु कांग्रेस राजनीति करना चाहती है, किसानों के कंधे पर आगे बढ़ना चाहती है, कांग्रेस की ये दोहरी नीति है, ये कभी भी चलने वाली नहीं है. जबकि उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि कृप्या किसान इस आंदोलन को वापस लें. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने के लिए काम किया है. केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि कांग्रेस किसानों को भ्रमित कर रही है. कांग्रेस ने सत्ता में रहते हुए हमेशा किसानों का शोषण किया.

राहुल गांधी का ट्वीट:- 

केशव प्रसाद मौर्य का कांग्रेस पर हमला:-

कई ट्रक बॉर्डर पर फंसे

गौरतलब हो कि हरियाणा और पंजाब के हजारों किसान दिल्ली चलो यात्रा शुरू कर चुके हैं और वे एनसीआर की सीमाओं तक पहुंच चुके हैं. लेकिन इसने नियमित तौर पर ट्रक से माल ढोने वाले ड्राइवरों को रोक दिया है. राष्ट्रीय राजधानी की टिकरी सीमा 3 कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों के कारण बंद है और इसका खामियाजा ट्रक चालकों को भुगतना पड़ रहा है. पिछले दो दिनों से लंबी दूरी की यात्रा के लिए निकले अधिकांश ट्रक सीमाओं पर अटके हुए हैं.