भारत निर्वाचन आयोग ने 'जातिवादी' भाषणों के लिए सीएम बी.एस. येदियुरप्पा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज

भारत निर्वाचन आयोग ने गुरुवार को कहा कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा के खिलाफ दो प्राथमिकी दर्ज कराई गई हैं. येदियुरप्पा ने अपने भाषणों में जाति के नाम पर वोट मांगे हैं. राघवेंद्र संसद के सदस्य हैं. कर्नाटक विधानसभा की 15 सीटों के लिए उपचुनाव पांच दिसंबर को होने हैं.

बीएस येदियुरप्पा (Photo Credits: ANI)

भारत निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) ने गुरुवार को कहा कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा (BS Yeddyurappa) के खिलाफ दो प्राथमिकी (FIR) दर्ज कराई गई हैं. येदियुरप्पा ने अपने भाषणों में जाति के नाम पर वोट मांगे हैं. अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी (व्यय निगरानी) प्रियंका मैरी फ्रांसिस ने एक बयान में कहा, "बी.एस. येदियुरप्पा द्वारा बीते 23 नवंबर को कगवाड विधानसभा क्षेत्र के गोकक और शिरुप्पी गांव में जाति के नाम पर दिए गए कथित भाषण की जांच की गई है."

फ्रांसिस ने कहा कि गोकक और कगवाड में भाषणों के संबंध में दो प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं. ईसीआई ने छह चेक पोस्ट अधिकारियों पर आरोप लगाया और 20 नवंबर को हनाकेरे चेक पोस्ट पर गृहमंत्री बसवराज बोम्मई के वाहन की जांच नहीं करने के लिए उनमें से दो को निलंबित कर दिया. फ्रांसिस ने कहा, "चेक पोस्ट के अधिकारियों के साथ सहयोग नहीं करने के लिए गृहमंत्री के वाहन को चलाने वाले वाहन के चालक के खिलाफ मद्दुर पुलिस स्टेशन में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है."

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चेक पोस्ट पर पूरी टीम बदल दी गई है. इसी तरह, 25 नवंबर को वराहा चेक पोस्ट पर येदियुरप्पा के बेटे बी.वाई. राघवेंद्र की गाड़ी की ठीक से जांच नहीं करने के लिए ईसीआई ने अपनी स्टेटिक सर्विलांस टीम के चार अधिकारियों को निलंबित कर दिया. राघवेंद्र संसद के सदस्य हैं. कर्नाटक विधानसभा की 15 सीटों के लिए उपचुनाव पांच दिसंबर को होने हैं.

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