Amit Shah Talks With ANI: 'क्या बीजेपी के पास बहुमत के आंकड़े तक नहीं पहुंचने की स्थिति में कोई प्लान बी है?', सुनें इस सवाल पर गृहमंत्री अमित शाह का जवाब- VIDEO
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने समाचार एजेंसी ANI को एक इंटरव्यू दिया है. इस दौरान उन्होंने कई राजनीतिक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय रखी है. जब उनसे पूछा गया कि क्या बीजेपी के पास बहुमत के आंकड़े तक नहीं पहुंचने की स्थिति में कोई प्लान-बी है? तो सुनिए उन्होंने क्या कहा?
Amit Shah Talks With ANI: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने समाचार एजेंसी ANI को एक इंटरव्यू दिया है. इस दौरान उन्होंने कई राजनीतिक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय रखी है. जब उनसे पूछा गया कि क्या बीजेपी के पास बहुमत के आंकड़े तक नहीं पहुंचने की स्थिति में कोई प्लान-बी है?, इसके जवाब में अमित शाह ने कहा कि प्लान-बी तभी बनाने की जरूरत है, जब प्लान-ए यानी कि सफल होने की 60% से कम संभावना हो. मुझे यकीन है कि पीएम मोदी प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में आएंगे.
400 पार के नारे और संविधान में बदलाव की अटकलें पर केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि हमारे पास पिछले 10 वर्षों से संविधान बदलने के लिए बहुमत था, लेकिन हमने ऐसा कभी नहीं किया. बहुमत का दुरुपयोग का इतिहास मेरी पार्टी का नहीं है. बहुमत के दुरुपयोग का इतिहास इंदिरा गांधी के समय में कांग्रेस ने किया था.
बीजेपी ने कभी भी बहुमत का दुरुपयोग नहीं किया: अमित शाह
अमित शाह ने आगे कहा कि हम 400 सीटें चाहते हैं, क्योंकि हम देश की राजनीति में स्थिरता लाना चाहते हैं. हम देश की सीमाओं को सुरक्षित रखना चाहते हैं. हमने 10 वर्षों में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने में, तीन तलाक को खत्म करने में और UCC लाने में और राम मंदिर का निर्माण करने में अपनी सीटों का उपयोग किया है. जो लोग अनुच्छेद 370 पर सवाल उठाते हैं, मैं उनसे कहना चाहूंगा कि मतदान 40% से अधिक हो गया है. अनुच्छेद 370 हटाने के लिए इससे बड़ी कोई सफलता नहीं हो सकती है. पहले चुनाव के बहिष्कार के नारे लगते थे, लेकिन आज शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव हो रहे हैं...''
विदेशी मीडिया के 'बीजेपी 400 से ज्यादा सीटों की चाह में लोकतंत्र का गला घोंट रही है' बयान पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि क्या देश के मतदाताओं को विदेशी मीडिया की मंशा के मुताबिक वोट करना चाहिए?. चुनाव प्रक्रिया में कोई हस्तक्षेप नहीं है. कोई भी कुछ भी कह सकता है, लेकिन भारत के मतदाता काफी परिपक्व हैं. वोटों की गिनती होने दीजिए, विदेशी मीडिया के लोग उसके बाद छुट्टी पर चले जाएंगे.