छत्तीसगढ़ में देश के सबसे बड़े नक्सल एनकाउंटर पर सियासत होने लगी है. कांग्रेस ने इस मुठभेड़ पर सवाल खड़े किए हैं. कांग्रेस ने इस एनकाउंटर की जांच की मांग की है. वहीं कांग्रेस प्रवक्ता ने मारे गए नक्सलियों को शहीद बता दिया, जिसके बाद भाजपा भड़क उठी.
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने निशाना साधते हिए कहा- 'छत्तीसगढ़ में हमारे सुरक्षाबलों ने 29 नक्सली, जिनमें 2 तो 25–25 लाख के इनामी थे. उनको मार गिराया. कांग्रेस की प्रवक्ता इन नक्सलियों को शहीद बता रही हैं. इसी को मानसिक और नैतिक दिवालियापन कहते हैं. कांग्रेस को शर्म आनी चाहिए.'
छत्तीसगढ़ में हमारे सुरक्षाबलों ने 29 नक्सली जिनमे 2 तो 25–25 लाख के इनामी थे को मार गिराया..
कांग्रेस की प्रवक्ता इन नक्सलियों को शहीद बता रही हैं
इसी को मानसिक और नैतिक दिवालियापन कहते हैं
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— Gaurav Bhatia गौरव भाटिया 🇮🇳 (Modi Ka Parivar) (@gauravbhatiabjp) April 17, 2024
आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव से पहले मंगलवार को सुरक्षा बलों को छत्तीसगढ़ में बड़ी कामयाबी मिली. कांकेर जिले के माड़ इलाके में सुरक्षाबलों ने 29 नक्सलियों को ढेर कर दिया. मुठभेड़ में BSF इंस्पेक्टर रमेश चौधरी सहित 3 जवान घायल हुए. छत्तीसगढ़ दूसरा सबसे नक्सली प्रभावित राज्य है. गृह मंत्रालय के मुताबिक छत्तीसगढ़ के 14 जिले- बलरामपुर, बस्तर, बीजापुर, दंतेवाड़ा, धमतरी, गरियाबंद, कांकेर, कोंडागांव, महासमुंद, नारायणपुर, राजनंदगांव, सुकमा, कबीरधाम और मुंगेली नक्सल प्रभावित हैं.
एक साल में 300 से ज्यादा नक्सली हमले
पिछले साल मार्च में गृह मंत्रालय ने छत्तीसगढ़ में नक्सली हमलों के आंकड़े पेश किए थे. इसके मुताबिक, 2022 में राज्य के अंदर 305 नक्सली हमले हुए थे. इससे पहले सरकार ने संसद में बताया था कि पिछले साल फरवरी 2023 तक (सिर्फ दो महीने में) छत्तीसगढ़ में नक्सली हमलों में 7 जवान शहीद हो चुके थे. आंकड़ों के मुताबिक, 2013 से 2022 के बीच 10 साल में छत्तीसगढ़ में 3 हजार 447 नक्सली हमले हुए. इन हमलों में 418 जवान शहीद हुए, जबकि सुरक्षाबलों ने 663 नक्सलियों को मार गिराया.