हैदराबाद: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एमआईएम) पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नफरत और विभाजन की विचारधारा साझा करने वाली पार्टी है. कांग्रेस के पूर्व सहयोगी पर पहली बार तीखा हमला बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा कि दोनों पार्टियों की विचारधारा और सोच एक जैसी है. राहुल ऐतिहासिक चार मीनार पर यहां शनिवार की रात एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे.
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भारत के इतिहास में पहली बार प्रधानमंत्री और उनके अनुयायी नफरत फैलाने और देश को बांटने में जुटे हैं. उन्होंने कहा कि पूरे देश में दलित, आदिवासी, मुसलमान, महिलाएं और अन्य कमजोर वर्ग के लोग नफरत की इस विचारधारा से भयभीत हैं. उन्होंने कहा, "यह देश किसी एक धर्म या जाति या क्षेत्र का नहीं है. यह सभी लोगों का देश है." उन्होंने कहा कि देश का संविधान हर भारतीय को शांतिपूर्वक रहने का अधिकार प्रदान करता है. यह भी पढ़े-राहुल गांधी के साथ गुरुद्वारे में हुआ दिलचस्प वाकया, चढ़ाने जा रहे थे 500 का नोट लेकिन इस वजह से फिर जेब में रखी
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा, टीआरएस और एमआईएम मिले हुए हैं. उन्होंने कहा कि टीआरएस प्रमुख के. चंद्रशेखर राव ने नोटबंदी का समर्थन किया था, जबकि दुनियाभर के अर्थशास्त्रियों ने इस सबसे बड़ी भूल बताई है. इससे पहले राहुल गांधी ने आंध्रप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री के. रोसैया को राजीव सद्भावना पुरस्कार प्रदान किया.
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के 1990 में चार मीनार की यात्रा करने की याद में सालाना कार्यक्रम का आयोजन किया गया. पार्टी का झंडा फहराने के बाद राहुल गांधी ने सांप्रदायिक सद्भावना को बढ़ावा देने के मकसद से सद्भावना यात्रा को झंडी दिखाकर रवाना किया.