शाह ने शिवसेना प्रमुख से की मुलाकात: पौने 2 घंटे चली बैठक से फडणवीस रहे बाहर, गठबंधन पर उद्धव ने नहीं खोले पत्ते
उद्धव ने साफ कर दिया कि गठबंधन पर फैसला बाद में होगा. वहीं, भाजपा सूत्रों का कहना है कि शाह पूरी तरह से आश्वस्त होकर मातोश्री से बाहर निकले.
मुंबई: बीजेपी-शिवसेना के बीच गिले शिकवे दूर करने के लिए बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने बुधवार की शाम शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से मुलाकात की. साथ ही दोनों नेताओं के बीच बंद कमरे में करीब सवा दो घंटे से अधिक चर्चा हुई जिसमें सीएम देवेंद्र फडणवीस और युवा सेना अध्यक्ष आदित्य ठाकरे भी मौजूद थे. खबरों की मानें तो उद्धव के रुख में नरमी आई जरूर है लेकिन उन्होंने मिलकर अगला लोकसभा चुनाव लड़ने के बारे में अपने पत्ते नहीं खोले हैं. बावजूद इसके बीजेपी इस मुलाकात को कुछ हद तक सफल मानकर चल रही है. आनेवाले समय में ही यह साफ हो पायेगा की मुलाकात सफल थी या नहीं. क्योंकि शिवसेना लगातार अकेले लोकसभा चुनाव लड़ने का दावा करती आ रही है.
सूत्रों की मानें तो एकला चलो का नारा दे चुके ठाकरे ने अमित शाह से केंद्र और राज्य में शिवसेना की उपेक्षा पर नाराजगी जताई. साथ ही, BJP पर महाराष्ट्र में शिवसेना को खत्म करने की कोशिश का भी आरोप लगाया. शाह ने कहा कि शिवसेना सभी गिले-शिकवे भुला कर आगामी चुनाव BJP के साथ में लडे़. उन्होंने भरोसा दिलाया कि राजग में शिवसेना को पूरा सम्मान दिया जाएगा.
उद्धव ने साफ कर दिया कि गठबंधन पर फैसला बाद में होगा. वहीं, भाजपा सूत्रों का कहना है कि शाह पूरी तरह से आश्वस्त होकर मातोश्री से बाहर निकले. वैसे मातोश्री में उद्धव के साथ हुई मीटिंग के बाद दोनों नेताओं को देख कर यह अंदाजा लगाया गया कि दोनों के बीच सकारात्मक चर्चा हुई है. मातोश्री जाने से पहले अमित शाह ने कहा था कि भाजपा-शिवसेना 2019 ही नहीं 2024 का भी चुनाव मिल कर लडे़ंगे. माना जा रहा है कि इसका सकारात्मक प्रभाव हुआ है.
भाजपा ने मोदी सरकार के चार साल पूरे होने पर 2019 के लोकसभा चुनावों की तैयारी को ध्यान में रखकर 'समर्थन के लिए संपर्क' अभियान शुरू किया है. भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्रियों समेत पार्टी के करीब 4000 पदाधिकारी विभिन्न क्षेत्रों की एक लाख जानीमानी हस्तियों से संपर्क करेंगे. इस अभियान के तहत शाह स्वयं 50 लोगों से मुलाकात करेंगे.