Bihar Assembly Election 2020: बिहार में विधानसभा चुनाव के तारीखों के ऐलान के बाद राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) का महागठबंधन और एनडीए के साथ बात नहीं बनने के बाद बिहार में तीसरे मोर्चे का ऐलान हो गया है. इस तीसरे मोर्चे में मायावती (Mayawati) की पार्टी बहुजन समाज पार्टी (BSP) और जनवादी पार्टी सोशलिस्ट पार्टी (JPS) के साथ मिलकर उपेंद्र कुशवाहा चुनाव लड़ेंगे.
कुशवाहा मंगलवार को बिहार में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में तीसरे मोर्चे का ऐलान किया. मीडिया के बातचीत में उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने 15 साल में बिहार को रसातल में पहुंचा दिया है. इसलिए बिहार को नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की सरकार को मुक्त करना जरूरी है. ताकि बिहार का विकास हो सके. कुशवाहा ने कहा कि नीतीश ने 15 साल सिर्फ अपनी कुर्सी बचाने में लगे रहे. वहीं आगे कुशवाहा ने यह भी कहा कि आज के विपक्ष से नीतीश को हटाना संभव नहीं ऐसे में नया गठबंधन जरूरी था. यह भी पढ़े: Bihar Assembly Election 2020: बिहार चुनाव के लिए संभावित उम्मीदवारों पर विचार के लिए बुधवार को कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक
Rashtriya Lok Samta Party (RLSP) to fight elections with Bahujan Samaj Party and Janwadi Party Socialist: Upendra Kushwaha, RLSP Chief #BiharElections pic.twitter.com/ng0fbUVQrY
— ANI (@ANI) September 29, 2020
कुशवाहा बिहार में महागठबंधन और एनडीए को टक्कर देने के लिए सभी 243 सीटों पर बीएसपी और जनवादी पार्टी सोशलिस्ट पार्टी के साथ मिलाकर चुनाव लड़ने का ऐलान किया हैं. उन्होंने इस तीसरे मोर्चे में लोकजनशक्ति के नेता चिराग पासवान को भी न्योता दिया हैं और कहा कि इस गठबंधन में जो आना चाहें सबका स्वागत है. वहीं अन्य मतदाताओं के साथ ही बिहार में दलित वर्ग का एक बड़ा वोट हैं. ऐसे में तीसरे मोर्चे में मायावती को शामिल होने के बाद क्या बिहार का दलित वर्ग प्रभावित होगा या नही इस पर सब की नजर होगी.