बाड़मेर पंडाल हादसा: अब तक 14 लोगों की मौत, केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने की पीड़ित परिवारों से मुलाकात
राजस्थान के बाड़मेर में हुए पंडाल हादसे में अब तक 14 लोगों की मौत हुई है, जबकि 50 से ज्यादा जख्मी हैं. सभी घायलों का बाड़मेर के ही अस्पताल में इलाज चल रहा है. नीय सांसद और केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी सोमवार को पीड़ितों से मिलने बाड़मेर के अस्पताल पहुंचे. कैलाश चौधरी ने कहा, 'घटना काफी दर्दनाक है. मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं.
जयपुर. राजस्थान के बाड़मेर में हुए पंडाल हादसे में अब तक 14 लोगों की मौत हुई है, जबकि 50 से ज्यादा जख्मी हैं. सभी घायलों का बाड़मेर के ही अस्पताल में इलाज चल रहा है. गंभीर रूप से घायलों का जोधपुर के अस्पताल में इलाज चल रहा है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने हादसे की जांच का आदेश दिया है तथा मृतकों के परिजन को 5-5 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) सहित अनेक नेताओं ने हादसे पर शोक व्यक्त किया है. स्थानीय सांसद और केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी (Kailash Choudhary) सोमवार को पीड़ितों से मिलने बाड़मेर के अस्पताल पहुंचे.
केंद्रीय मंत्री और बाड़मेर के सांसद कैलाश चौधरी (Kailash Choudhary) ने कहा, 'घटना काफी दर्दनाक है. मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं. मैं प्रशासन के लगातार संपर्क में हूं. गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री से मेरी बात हुई है. मुख्यमंत्री ने मुआवजे का ऐलान किया है जो पीड़ितों के परिजनों तक पहुंच गया है.' यह भी पढ़े-राजस्थान के बाड़मेर में हुए पंडाल हादसे पर पीएम मोदी ने जताया दुख, अब तक 14 श्रद्धालुओं की मौत
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) कहा 'जसोल,बाड़मेर में राम कथा के दौरान टेंट गिरने से हुए हादसे में बड़ी संख्या में लोगों की जान जाने की जानकारी अत्यंत दुखद, दुर्भाग्यपूर्ण है. ईश्वर से दिवंगतों की आत्मा को शांति प्रदान करने,शोकाकुल परिजनों को संबल देने की प्रार्थना है। घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं.
गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने इस घटना पर दुख जताते हुए कहा ' राजस्थान के बाड़मेर में एक पंडाल के गिरने से लोगों की मौत के बारे में जानकर दुख हुआ. मैं मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं.'
गौरतलब है कि रविवार को जसोल में रामकथा चल रही था. कथा वाचक मुरलीधर हारमोनियम बजाते हुए कथा सुना रहे थे. तभी तेज हवा के शोर और उठते पंडाल की ओर उनकी नजर गई और फिर देखते ही देखते पूरा का पूरा पंडाल नीचे आ गिरा.