देश के 5 राज्यों का स्थापना दिवस आज, PM मोदी ने खास अंदाज में दी बधाई; पढ़ें इनसे जुड़ी रोचक बातें
आज देश के पांच राज्य- मध्य प्रदेश, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, हरियाणा और केरल का स्थापना दिवस है. इस मौके पर सभी राज्यों ने अपने-अपने यहां कई कार्यक्रम आयोजित किए हैं. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर अपने ही अंदाज में इन सभी राज्यों के लोगों को स्थापना दिवस की बधाई दी है.
नई दिल्ली: आज देश के पांच राज्य- मध्य प्रदेश, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, हरियाणा और केरल का स्थापना दिवस है. इस मौके पर सभी राज्यों ने अपने-अपने यहां कई कार्यक्रम आयोजित किए हैं. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर अपने ही अंदाज में इन सभी राज्यों के लोगों को स्थापना दिवस की बधाई दी है. पीएम मोदी ने मध्य प्रदेश, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, हरियाणा और केरल के लोगों को स्थापना दिवस की बधाई देते हुए खुशहाल एवं तरक्की की नई ऊंचाइयों की कामना की है.
मध्य प्रदेश-
पीएम मोदी ने ट्वीट करके अपने बधाई मैसेज में कहा, “भारत की हृदयस्थली यानि मध्य प्रदेश ने हमेशा मातृभूमि के विकास में अग्रणी भूमिका निभाई है. पिछले 15 वर्षों में राज्य की उन्नति अभूतपूर्व रही है. स्थापना दिवस के अवसर पर प्रदेश के लोगों को बहुत-बहुत बधाई. मेरी शुभकामना है कि यह राज्य विकास के नित नए मानदंड स्थापित करे.”
मध्यप्रदेश राज्य गुरुवार को 63 साल पूरे कर 64वें वर्ष में प्रवेश कर गया. 15 अगस्त, 1947 के पूर्व देश में कई छोटी-बड़ी रियासतें और देशी राज्य अस्तित्व में थे. आजादी के बाद उन्हें स्वतंत्र भारत में सम्मिलित और एकीकृत किया गया. सन् 1956 में राज्यों के पुनर्गठन के फलस्वरूप 1 नवंबर, 1956 को नया राज्य मध्यप्रदेश अस्तित्व में आया. इसके घटक राज्य मध्यप्रदेश, मध्यभारत, विंध्य प्रदेश और भोपाल थे, जिनकी अपनी विधान सभाएं थीं. 1956 में अस्तित्व में आए इस प्रदेश को पहले मध्य भारत कहकर संबोधित किया जाता था.
कर्नाटक-
पीएम मोदी ने कन्नड़ भाषा में लोगों को भी बधाई दी. उन्होंने ट्वीट किया, “कर्नाटक की मेरी बहनों और भाइयों को नमस्कार. कर्नाटक एक समृद्ध इतिहास और उज्ज्वल लोगों का घर है जिन्होंने खुद को विभिन्न क्षेत्रों में प्रतिष्ठित किया है. मैं राज्य के लोगों की खुशी और कल्याण के लिए प्रार्थना करता हूं.”
दक्षिण भारत का राज्य कर्नाटक कर्णाटक के नाम से भी जाना जाता हैं. इसका गठन 1 नवंबर, 1956 को राज्य पुनर्गठन अधिनियम के अधीन किया गया था. पहले यह मैसूर राज्य कहलाता था. 1973 में पुनर्नामकरण कर इसका नाम कर्नाटक कर दिया गया. ब्रिटिश राज में यहां के लिये कार्नेटिक शब्द का प्रयोग किया जाता था, जो कृष्णा नदी के दक्षिणी ओर की प्रायद्वीपीय भूमि के लिये प्रयुक्त है और मूलतः कर्नाटक शब्द का अपभ्रंश है.
छत्तीसगढ़-
पीएम मोदी ने एक अन्य ट्वीट में छत्तीसगढ़ राज्य के स्थापना दिवस पर वहां के निवासियों को बधाई दी और उन्होंने अपने ट्विट में कहा “यह अटल जी की दूरदृष्टि थी कि छत्तीसगढ़ के गठन का सपना साकार हुआ. समय के साथ राज्य ने कई क्षेत्रों में विशेषकर कृषि में उल्लेखनीय प्रगति की है. छत्तीसगढ़ के लोगों को राज्य के स्थापना दिवस पर बहुत-बहुत शुभकामनाएं. यह राज्य निरंतर विकास की नई-नई ऊंचाइयों को छूता रहे. यह भी कामना की कि राज्य विकास की नई ऊंचाइयों को छूए.”
छत्तीसगढ़ राज्य का गठन 1 नवम्बर 2000 को हुआ था. यह भारत का 26वां राज्य है. भारत में दो क्षेत्र ऐसे हैं जिनका नाम विशेष कारणों से बदल गया - एक तो 'मगध' जो बौद्ध विहारों की अधिकता के कारण "बिहार" बन गया और दूसरा 'दक्षिण कौशल' जो छत्तीसगढ़ों को अपने में समाहित रखने के कारण "छत्तीसगढ़" बन गया. छत्तीसगढ़ तो वैदिक और पौराणिक काल से ही विभिन्न संस्कृतियों के विकास का केन्द्र रहा है.
हरियाणा-
पीएम मोदी ने हरियाणा के लोगों को स्थापना दिवस पर शुभकामनाएं देते हुए लिखा “हरियाणा परिश्रम, पुरुषार्थ, साहस और देश के प्रति समर्पण की भूमि है. यह हमें अन्न देने वाले किसानों और देश की रक्षा करने वाले जवानों की धरती है. राज्य के स्थापना दिवस पर हरियाणा के लोगों को मैं अपनी शुभकामनाएं देता हूं। प्रदेश हमेशा प्रगति के पथ पर अग्रसर रहे.”
उत्तर भारत के राज्य हरियाणा पंजाब राज्य का अंग था जिसे 1966 में भारत के 17वें राज्य के रूप में पहचान मिली. इसकी स्थापना 1 नवम्बर 1966 को हुई. हरियाणा का वैदिक सभ्यता और सिंधु घाटी सभ्यता का मुख्य निवास स्थान है. इसके कई जगहों पर में निर्णायक लड़ाइयां लड़ी गई हैं. जिसमें भारत का अधिकत्तर इतिहास समाहित है. इसमें महाभारत का महाकाव्य युद्ध भी शामिल है. हिन्दू मान्यताओं के अनुसार महाभारत का युद्ध कुरुक्षेत्र में हुआ. इसके अलावा यहाँ तीन पानीपत की लड़ाइयाँ हुई.
केरल-
प्रधानमंत्री मोदी ने केरल के लोगों को स्थापना दिवस पर मलयालम में ट्विट कर बधाई दी. पीएम मोदी ने लिखा “केरल पिरवी की बधाई! केरल में एक अद्भुत संस्कृति है और यहां हमेशा मानव सशक्तिकरण पर जोर दिया है. यहां के निवासियों ने भारत को बहुत सम्मान दिलाया है. मैं केरल के लोगों की प्रगति और समृद्धि के लिए प्रार्थना करता हूं. आने वाले समय में उनकी सभी आकांक्षाए पूरी हो.”
भारत की दक्षिण-पश्चिमी सीमा पर स्थित केरल की स्थापना 1 नवंबर 1956 को हुई. केरल की राजधानी तिरुवनन्तपुरम (त्रिवेन्द्रम) है. मलयालम यहां की मुख्य भाषा है. हिन्दुओं तथा मुसलमानों के अलावा यहां ईसाई भी बड़ी संख्या में रहते हैं. केरल अपनी विशिष्ट संस्कृति और भौगोलिक रचना की बदौलत भारत के दक्षिण में स्थित चार राज्यों में प्रमुख स्थान रखता है. देश की आजादी से पहले केरल में कई राजाओं की रियासतें थीं.