हर घर को रौशन बनाने के लिए गंभीर नहीं थी कांग्रेस, तोड़ा अपना वादा: पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने गुरुवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना और सौभाग्य योजना के लाभार्थियों के साथ संवाद किया. इसदौरान पीएम मोदी ने कहा कि 2014 तक 18,000 गांवों में बिजली नहीं थी.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (image credits: PIB)

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने गुरुवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना और सौभाग्य योजना के लाभार्थियों के साथ संवाद किया. इसदौरान पीएम मोदी ने कहा कि पिछली सरकारों ने बिजली पहुंचाने के वादों को पूरा नहीं किया. 2014 तक 18,000 गांवों में बिजली नहीं थी. हमने हर गांव में बिजली पहुंचाने का लक्ष्य रखा.

नमो ऐप के जरिए सौभाग्य स्कीम के लाभार्थियों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि 2005 में सरकार ने 2009 तक बिजली पहुंचाने का वादा किया था. तब सत्‍ताधारी पार्टी के अध्‍यक्ष ने एक कदम आगे बढ़कर कहा था कि वह हर घर तक बिजली पहुंचाएंगे. मगर सत्तारूढ़ पार्टी ने ऐसा नहीं किया.

“लेकिन हम जनता से किए गए वादों को गंभीरता से लेते हैं. एक समय 18000 गांवों में से 14500 में बिजली नहीं थी, लेकिन हमने इन आंकड़ों को बदला है.” उन्होंने कहा कि जिन गांवों में बिजली पहुंची, उनकी खुशी में शामिल होने का मौका मिला.

इससे पहले पीएम मोदी ने एक ट्वीट में कहा कि वह उन गांवों के लोगों के साथ संवाद करने को उत्सुक हैं जहां पिछले चार साल के दौरान बिजली पहुंचाई गई है. उन्होंने कहा कि आजादी के 70 साल बाद भी इन गांवों में अंधेरा था और उनकी सरकार को वहां उजाला पहुंचाने और बड़ी संख्‍या में लोगों की आकांक्षाएं पूरी करने का गौरव हासिल हुआ.

बता दें कि पीएम मोदी ने एक अप्रैल को घोषणा की थी कि 76,000 करोड़ रुपये की लागत वाली दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना (डीडीयूजीजेवाई) परियोजना पूरी हो गई है और इसके तहत लगभग 18,000 गांवों तक बिजली पहुंचाई गई है.

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