नई दिल्ली, 3 मई: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मंगलवार को प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) की गैरकानूनी और देश विरोधी गतिविधियों से जुड़े पीएफआई फुलवारीशरीफ, पटना मामले में एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोपी की पहचान अनवर राशिद के रूप में हुई है. अधिकारी ने कहा, उसकी गिरफ्तारी 25 अप्रैल को उसके घर की तलाशी के दौरान जब्त किए गए विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेजों, डिजिटल उपकरणों और पत्रों की एनआईए द्वारा विस्तृत जांच और विश्लेषण के बाद हुई. यह भी पढ़ें : Terror Funding Case: पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद के वित्त पोषण का मामला, एनआईए ने कश्मीर में 12 स्थानों पर छापे मारे
उसकी गिरफ्तारी के साथ ही मामले में कुल गिरफ्तारियों की संख्या 14 हो गई है. मामला शुरू में 12 जुलाई, 2022 को पीएस फुलवारीशरीफ, जिला पटना, बिहार में दर्ज किया गया था और 22 जुलाई, 2022 को एनआईए द्वारा फिर से दर्ज किया गया था. एनआईए ने 7 जनवरी, 2023 को चार आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट भी दायर की है.
अधिकारी ने कहा, जांच से पता चला है कि अनवर प्रतिबंधित संगठन सिमी का पूर्व सदस्य है और बिहार और उत्तर प्रदेश के कई पीएफआई सदस्यों से जुड़ा हुआ है, जिसमें एक अतहर परवेज भी शामिल है, जिसे प्राथमिकी में नामित किया गया था और पिछले साल 12 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था.
एनआईए ने कहा कि एनआईए की जांच के अनुसार, अनवर ने पीएफआई के लिए काम करने के लिए सिमी के पूर्व सदस्यों के एक गुप्त समूह को तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। पीएफआई के बैनर तले मुख्य एजेंडा भारत में इस्लामिक शासन स्थापित करना था, जैसा कि संगठन के 'भारत 2047 दस्तावेज' में कल्पना की गई थी.