महाराष्ट्र (Maharashtra) के पालघर लिचिंग (Palghar Lynching) केस में साधुओं का केस लड़ रहे वकील के एक सहयोगी दिग्विजय त्रिवेदी (Digvijay Trivedi) की सड़क हादसे में मौत हो गई है. हादसा उस वक्त हुआ जब दिग्विजय त्रिवेदी अपनी कार में सवार होकर मुंबई-अहमदाबाद हाईवे (Mumbai-Ahmedabad Highway) रोड से बुधवार को अदालत की ओर जा रहे थे. वहीं इस हादसे के बाद मामल सियासी रंग भी लेने लगा है. बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने ट्वीट कर कहा है कि पालघर में संतो की हत्या मामले में VHP के वकील श्री दिग्विजय त्रिवेदी की सड़क हादसे में मृत्यु हो गयी. यह खबर विचलित करने वाली है. क्या ये केवल संयोग है की जिन लोगों ने पालघर मामले को उठाया उनपर या तो कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हमला किया या FIR कराया? खैर ये जाँच का विषय है!
रिपोर्ट के मुताबिक हादसा उस वक्त हुआ जब कार हाइवे पर चलते समय बेकाबू हो गई और डिवाईडर से टकरा गई. इस दौरान दिग्विजय त्रिवेदी के साथ कार में एक महिला प्रीती त्रिवेदी सवार थी. जो इस दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हैं. जिनका इलाज चल रहा है. बता दें कि पालघर में पिछले महीने दो साधुओं की पीट-पीटकर हत्या किये जाने के मामले में पकड़े गए 134 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.
संबित पात्रा का ट्वीट:-
पालघर में संतो की हत्या मामले में VHP के वकील श्री दिग्विजय त्रिवेदी की सड़क हादसे में मृत्यु हो गयी
यह खबर विचलित करने वाली है
क्या ये केवल संयोग है की जिन लोगों ने पालघर मामले को उठाया उनपर या तो कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हमला किया या FIR कराया?
ख़ैर ये जाँच का विषय है!
ॐ शान्ति pic.twitter.com/GGlMhAYEl4
— Sambit Patra (@sambitswaraj) May 14, 2020
पालघर पुलिस का ट्वीट:-
Late Digvijay Trivedi and Co-Counsel Preeti Trivedi were travelling in a four wheeler being driven by him on NH 48. Prima facie he unfortunately lost control of the vehicle and they met with an accident. Preeti Trivedi is injured seriously & has been hospitalised. https://t.co/mqDnHc3czr
— Palghar Police (@Palghar_Police) May 14, 2020
पालघर हत्याकांड का पूरा मामला
पालघर जिले के गढ़चिंचले गांव में 16 अप्रैल को घटना घटी थी, जिसमें मुंबई से कार में सवार होकर एक अंतिम संस्कार में शामिल होने सूरत जा रहे दो साधुओं और उनके चालक की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी. मारे गए तीन लोगों में महाराज कल्पवृक्षगिरी, सुशील गिरी महाराज और एक उनके ड्राइवर नीलेश तेलगाने शामिल थे. दरअसल गांव वालों की भीड़ ने उनकी गाड़ी को रोका और बच्चा चोर होने के शक में पीट-पीटकर उनकी हत्या कर दी. पालघर जिला ग्रामीण पुलिस ने लिंचिंग की इस घटना के सिलसिले में तीन प्राथमिकियां दर्ज की हैं. स्थानीय पुलिस और राज्य सीआईडी अब तक 134 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है.