मोदी दोबारा बने पीएम तो इमरान की हेकड़ी हुई कम, 3 महीनें बाद भारतीय विमानों के लिए खोला अपना एयरस्पेस
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दोबारा सत्ता में लौटने से पाकिस्तान की हेकड़ी कम होती दिख रही है. यहीं वजह है कि इस साल 27 फरवरी को हुए बालाकोट हमलें के बाद से पहली बार पाकिस्तान के ऊपर से कोई भारतीय विमान गुजरा है.
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) के दोबारा सत्ता में लौटने से पाकिस्तान (Pakistan) की हेकड़ी कम होती दिख रही है. यहीं वजह है कि इस साल 27 फरवरी को हुए बालाकोट हवाई हमलें (Balakot Arstrike) के बाद से पहली बार पाकिस्तान के ऊपर से कोई भारतीय विमान गुजरा है. मिली जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान ने रविवार शाम से अपना हवाई मार्ग (एयरस्पेस) भारतीय विमानों के लिए फिर से खोल दिया है.
हवाई यातायात नियंत्रक (एटीसी) के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक रविवार शाम 5.30 बजे से कम से कम 30 उड़ानों ने पाकिस्तान से होकर गुजरने वाले कराची-अहमदाबाद हवाई मार्ग का उपयोग किया है. जो अगले एक हफ्ते में 100 के पार जा सकती है. धीरे-धीरे स्थिति सामान्य होने की उम्मीद जताई जा रही है. बताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में दोनों देश सभी हवाई मार्गों से उड़ान भरेंगे, जिसके बाद हवाई यातायात की स्थिति पहले जैसे ही सामान्य हो जाएगी.
भारतीय वायु सेना ने शुक्रवार को ट्विटर पर ऐलान किया, ‘‘भारतीय वायु सेना द्वारा 27 फरवरी 19 को भारतीय हवाई क्षेत्र में सभी हवाई मार्गों पर लगाई गयी अस्थाई पाबंदियों को हटा लिया गया है.’’ इसके बाद पाकिस्तान ने भी भारतीय विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को खोलने का संकेत दिया. आपको बता दें कि भारतीय विमानों के लिए पाकिस्तान से गुजरने वाले कुल 11 पॉइंट (मार्ग) हैं.
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गौरतलब हो कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी शिविर पर भारत द्वारा किए गए हमले से पाकिस्तान बौखला गया था. इसके बाद पाकिस्तान ने अपने एयरस्पेस (हवाई क्षेत्र) को भारत के लिए बंद कर दिया था. हाल ही में पाकिस्तान के नागरिक उड्डयन अधिकारियों ने इस प्रतिबंध की अवधि को 14 जून तक बढ़ा दी थी.
पाकिस्तान का हवाई क्षेत्र बंद होने से कई मार्गों पर हवाई किराया काफी अधिक हो गया था. इनमें दिल्ली-काबुल, दिल्ली-मास्को, दिल्ली-तेहरान और दिल्ली-अस्ताना मार्ग शामिल हैं. इसके अलावा हजारों यात्रियों को पाकिस्तान के फैसले की वजह से टिकट के बढ़ते दामों और देरी के चलते उड़ानों के रद्दे होने से परेशानियां उठानी पड़ीं थी.