मुंबई: सायन के बाद केईएम अस्‍पताल से सामने आया चौंकाने वाला वीडियो, कोरोना मरीजों का शवों के बीच हो रहा इलाज
कोविड-19 मरीजों के बीच शव (Photo Credits: Twitter)

मुंबई: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई (Mumbai) के सायन अस्पताल (Sion Hospital) के बाद अब केईएम अस्पताल (KEM Hospital) से एक हैरान करने वाला वीडियो सामने आया है. इस वीडियो में कोविड-19 मरीजों के बगल में बिस्तरों पर प्लास्टिक में लिपटे कई शव पड़े हुए दिखाई दे रहे है. इतना ही नहीं कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों का शवों के बीच ही इलाज भी चल रहा है. जबकि कुछ मरीज जमीन पर भी बैठे है. हालांकि अस्पताल प्रशासन की ओर से अब तक इस मामलें में कुछ नहीं कहा गया है.

बीजेपी विधायक नितेश राणे (Nitesh Rane) ने बृहन्मुंबई नगर पालिका (बीएमसी) द्वारा संचालित केईएम अस्पताल का वीडियो शेयर कर कहा “मुझे लगता है कि बीएमसी (BMC) चाहती है कि हमें इलाज के दौरान शवों को देखने की आदत हो जाए, क्योंकि वे सिर्फ सुधार नहीं करना चाहते हैं! स्वास्थ्य कर्मचारियों के लिए भी बुरा महसूस करें जिन्हें ऐसी परिस्थितियों में काम करना पड़ता है!! क्या कोई उम्मीद है?” कोरोना का कहर: मुंबई में COVID-19 के 875 नए केस, संक्रमितों की संख्या 13,564 हुई

हालांकि शिवसेना के राज्यसभा सांसद अनिल देसाई (Anil Desai) ने कहा कि अगर इस तरह का कोई भी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होता है, तो ये घटना उसी क्षण हुई होगी और तुरंत सुधारात्मक उपाय किए गए होंगे. सभी अधिकारी कुशलता से काम कर रहे हैं. किसी को बदनाम करने की कोई जरूरत नहीं है. मुंबई: केईएम अस्पताल के वार्ड में एक बेड पर किया जा रहा है दो मरीजों का इलाज, वीडियो हुआ वायरल

उल्लेखनीय है कि कुछ समय पहले ही मायानगरी मुंबई स्थित एलटीएमजी सायन अस्पताल का भी ऐसा ही एक वीडियो वायरल हुआ था. जिसके बाद राज्य सरकार की खूब किरकिरी हुई थी. इस घटना के बाद सायन अस्पताल के डीन प्रमोद इंगल को हटा दिया गया था. उनकी जगह इस प्रतिष्ठित अस्पताल की बागडोर बीवाईएल नायर अस्पताल के पूर्व डीन रमेश भारमल को सौंपी गई.

उधर, शुक्रवार देर रात उद्धव सरकार ने बीएमसी आयुक्त प्रवीण परदेशी का ट्रांसफर कर दिया और वरिष्ठ आईएएस अधिकारी इकबाल सिंह चहल को एशिया के सबसे बड़े और भारत के सबसे अमीर नगर निकाय का नया आयुक्त नियुक्त किया. केईएम और सायन अस्पताल दोनों ही शहर के प्रमुख कोविड-19 उपचार सुविधाओं में से एक है. जिसके कारण वहां की ऐसी स्थिति होना चिंताजनक है.