मुंबई: उद्योगपति मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के आवास के पास संदिग्ध गाड़ी में विस्फोटक सामग्री मिलने की जांच मुंबई पुलिस तेजी से कर रही है. मुंबई पुलिस (Mumbai Police) ने बताया कि कार में मिला जिलेटिन मिलिट्री-ग्रेड नहीं, बल्कि कमर्शियल-ग्रेड था. जिसका इस्तेमाल आमतौर पर निर्माण से जुड़ी खुदाई में किया जाता है. दक्षिण मुंबई में स्थित देश के सबसे अमीर शख्स मुकेश अंबानी के आवास एंटीलिया के पास कल शाम एक संदिग्ध एसयूवी में 20 जिलेटिन स्टिक मिलने के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है.
मुंबई पुलिस ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर बताया कि एसयूवी (जिसमें जिलेटिन रखा गया था) कुछ समय पहले मुंबई के विक्रोली (Vikroli) इलाके से चुराई गई थी, इसकी चेसिस संख्या थोड़ी क्षतिग्रस्त हो गई थी, लेकिन पुलिस ने इसके असली मालिक की पहचान कर ली है. अंबानी के घर के बाहर जिस संदिग्ध व्यक्ति ने कार पार्क की थी, उसे सीसीटीवी फुटेज में साफ देखा जा सकता है. लेकिन उसकी पहचान नहीं हुई है, क्योकि उसने मास्क पहना हुआ था और सिर हुडी से कवर किया था.
#UPDATE | The car (in which gelatin was placed) was stolen from Mumbai's Vikroli area sometime back, its chassis number was damaged a bit but police managed to identify its real owner: Mumbai Police https://t.co/DX4AejlwvE
— ANI (@ANI) February 26, 2021
पुलिस ने स्पष्ट कहा कि हाल के दिनों में अंबानी परिवार को किसी ने कोई धमकी भरा फोन नहीं किया है और ना ही पत्र भेजा है. पुलिस ने कई स्थानों के सीसीटीवी फुटेज एकत्र किए हैं जहां से कार मुंबई में गुजरती नजर आ रही है. मुकेश अंबानी के आवास के पास वाहन में विस्फोटक सामग्री मिली
मुंबई पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि गामदेवी पुलिस थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. गुरुवार को अंबानी परिवार के मशहूर लग्जरी घर के करीब एक पेड़ के पास कई घंटों से एक एसयूवी खड़ी पाई गई थी. इस गाड़ी के बारे में दोपहर करीब 2 बजे उस समय जानकारी मिली थी, जब आसपास के कुल लोगों ने देखा कि यह कार 12 घंटों से ऐसे ही खड़ी है. पुलिस ने बताया कि वाहन के नंबर प्लेट पर जो पंजीकरण नंबर है वह अंबानी की सुरक्षा में लगी एक एसयूवी के ही समान है. इस घटना के बाद देश के राजनीतिक, कॉपोर्रेट और सुरक्षा प्रतिष्ठानों में खलबली मच गई थी. राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख, मुंबई के पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह, गृह और खुफिया विभाग के शीर्ष अधिकारी खुद इस जांच की निगरानी कर रहे हैं.