कश्मीर में आतंकियों के मुंह पर तमाचा: घाटी में घुमने के लिए जमकर पहुंच रहे हैं टूरिस्ट, साल के अंत तक पार हो सकता है 10 लाख का आंकड़ा
जम्मू और कश्मीर में आतंकियों के तमाम नापाक हरकतों के बावजूद पर्यटकों का पहुंचने का सिलसिला बदस्तूर जारी है. इस साल जनवरी से जून के बीच घाटी आने वाले पर्यटकों की दो लाख से अधिक रही.
श्रीनगर: जम्मू और कश्मीर (Jammu And Kashmir) में आतंकियों के तमाम नापाक हरकतों के बावजूद पर्यटकों (Tourist) का पहुंचने का सिलसिला बदस्तूर जारी है. इस साल जनवरी से जून के बीच घाटी आने वाले पर्यटकों की दो लाख से अधिक रही. राज्य सरकार द्वारा जारी किया गया यह आंकड़ा साफ़ दिखाता है कि धरती का स्वर्ग कहे जाने वाले कश्मीर में पर्यटकों को आतंकियों का भय नहीं है.
जम्मू और कश्मीर के मुख्य सचिव ने बुधवार को बताया कि इस साल जून तक कश्मीर में 2,05,000 पर्यटक आए. उन्होंने आगे कहा कि वर्ष के अंत तक पर्यटको की संख्या 10 लाख के पार पहुच सकता हैं. अपने लक्ष्य को पाने के लिए पर्यटन विकास प्राधिकरणों को फिर से तैयार किया जा रहा है. जो कि कश्मीर में नए पर्यटन क्षेत्रों का विकास करने का काम करेगी. जिससे घाटी की तरफ अधिक से अधिक पर्यटक आकर्षित किए जा सके.
गौरतलब हो कि जम्मू-कश्मीर के कई क्षेत्रों में बुधवार तड़के हुई बारिश सेमौसम और सुहावना हो गया. इसके साथ ही छुट्टियां बिताने घाटी आए सैलानियों को ताजा बर्फ़बारी होने के कारण दोगुना मजा आ रहा है. मुख्य पर्यटन स्थल गुलमर्ग के अलावा द्रास, कारगिल, जोजिला, झंस्कार और उत्तरी कश्मीर के गुरेज इलाके में अच्छी बर्फबारी हुई. प्रमुख पर्यटन स्थल सोनमर्ग और इसके आस-पास के इलाकों में बुधवार को ताजा बर्फबारी हुई है.
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उधर, जम्मू और कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि मीडिया कश्मीर की छवि को बेहतर बना सकती है. साथ ही मीडिया से अपील कि की कश्मीर को खतरनाक जगह के तौर पर नहीं दिखाया जाना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने मीडिया से कश्मीर में अधिक पर्यटन लाने में मदद करने की गुजारिश भी की.