Mission 2024: लोकसभा चुनाव के लिए मंथन जारी, जनवरी से यूपी में 'मिशन 2024' शुरू करेगी बीजेपी
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जनवरी से उत्तर प्रदेश के लिए अपना 'मिशन 2024' शुरू करेगी. आगामी लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश से अधिक से अधिक सीटें जीतने की पार्टी की कवायद तब शुरू होगी, जब भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, महासचिव बीएल संतोष और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अगले महीने राज्य का दौरा करेंगे.
लखनऊ, 27 दिसंबर : भारतीय जनता पार्टी (BJP) जनवरी से उत्तर प्रदेश के लिए अपना 'मिशन 2024'(Mission 2024) शुरू करेगी. आगामी लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश से अधिक से अधिक सीटें जीतने की पार्टी की कवायद तब शुरू होगी, जब भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, महासचिव बीएल संतोष और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अगले महीने राज्य का दौरा करेंगे. पार्टी के एक पदाधिकारी ने कहा, इन नेताओं के कार्यक्रम को जनवरी के लिए अंतिम रूप दिया जा रहा है. निर्वाचन क्षेत्रवार मूल्यांकन की प्रक्रिया और उसके बाद उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया शुरू होगी.
सूत्रों के मुताबिक, पार्टी कई मौजूदा सांसदों को रिप्लेस करेगी, जिन्होंने 75 साल की उम्र सीमा पार कर ली है. जिन लोगों को अंडर-परफॉर्मर पाया गया है, उन्हें एंटी-इनकंबेंसी फैक्टर का मुकाबला करने के लिए भी बदला जा सकता है.जाहिर तौर पर भाजपा नेतृत्व यह सुनिश्चित करना चाहता है कि चुनाव होने पर कोई बागी उम्मीदवार न हो. सूत्र ने कहा, हमने देखा है कि कैसे हिमाचल प्रदेश में बागी उम्मीदवारों ने हमें नुकसान पहुंचाया है और हम ये उत्तर प्रदेश में दोहराना नहीं चाहते. मुद्दों को पहले ही तय कर लिया जाएगा ताकि ऐसे कारकों को कमजोर किया जा सके. यह भी पढ़ें : ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को रोकने के लिए कोविड का बहाना बना रही है सरकार: कांग्रेस
पदाधिकारी ने कहा कि उम्मीदवार चयन की प्राथमिकता सूची में उम्मीदवार का प्रदर्शन ही एकमात्र आधार होगा. डबल इंजन सरकार में गैर-प्रदर्शन का कोई बहाना नहीं चलेगा. उत्तर प्रदेश भाजपा प्रमुख भूपेंद्र सिंह चौधरी ने कहा है कि उनकी पार्टी का लक्ष्य 2024 में राज्य की सभी 80 लोकसभा सीटें जीतना है और इसके लिए रणनीति तैयार की है. उन्होंने कहा, 2019 के लोकसभा चुनावों में, हमने 64 सीटें जीतीं, और 16 सीटें हारीं. उपचुनावों में, हमने रामपुर और आजमगढ़ जीता. अभी तक, 14 सीटें ऐसी हैं, जो हमारे पास नहीं हैं. रायबरेली और मैनपुरी भी उनमें से हैं. जबकि कांग्रेस के पास रायबरेली की अकेली सीट है, जिसे सोनिया गांधी ने जीता था, मैनपुरी को भी हाल के उपचुनाव में समाजवादी पार्टी ने बरकरार रखा.