ममता सरकार 22 जनवरी को ध्यान भटकाने की कोशिश कर सकती है: भाजपा
पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने शनिवार को आशंका व्यक्त की कि ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली राज्य सरकार 22 जनवरी को राम मंदिर उद्घाटन कार्यक्रम से "ध्यान भटकाने" के लिए हरसंभव प्रयास करेगी.
कोलकाता, 21 जनवरी : पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने शनिवार को आशंका व्यक्त की कि ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली राज्य सरकार 22 जनवरी को राम मंदिर उद्घाटन कार्यक्रम से "ध्यान भटकाने" के लिए हरसंभव प्रयास करेगी. उन्होंने सोमवार को कथित "रखरखाव कार्य" के लिए राज्य के विभिन्न हिस्सों में बिजली आपूर्ति में कटौती की भी आशंका व्यक्त की है.
उनके अनुसार, इस तरह की पहल सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के नेतृत्व के इस एहसास के बीच होगी कि तथाकथित "सद्भाव रैली" व्यापक स्तर पर आम जनता के बीच गूंजने में विफल रहेगी. अधिकारी ने एक विशिष्ट उदाहरण का भी उल्लेख किया है जहां दक्षिण 24 परगना जिले के महेशतला में उस दिन भगवान राम की पूजा करने की योजना को पुलिस ने "रोका" था, क्योंकि ऐसी आशंका थी कि "वे (उपासक) शांति भंग कर सकते हैं". यह भी पढ़ें : Karnataka: मुस्लिम बहुल इलाके में ‘जय श्रीराम’ के नारे लगाने पर हिंदू कार्यकर्ताओं की पिटाई
उन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया, "तो अब राम पूजा का आयोजन पश्चिम बंगाल में सार्वजनिक शांति का उल्लंघन है?" हालांकि, तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व ने आरोपों को खारिज कर दिया है और कहा है, "कलकत्ता उच्च न्यायालय द्वारा 'सद्भाव रैली' को स्थगित करने की अधिकारी की याचिका खारिज होने के बाद ये हताशा के प्रतिबिंब हैं."