नई दिल्ली: भारत और कनाडा के बीच बढ़ते राजनयिक तनाव के बीच, कनाडा ने एक गंभीर आरोप लगाया है कि भारत के इशारे पर लॉरेंस बिश्नोई गैंग 'खालिस्तानी समर्थकों' को निशाना बना रहा है. रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (RCMP) की असिस्टेंट कमिश्नर ब्रिजेट गॉविन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भारतीय सरकार के एजेंट संगठित अपराध समूहों का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिनमें से एक बिश्नोई गैंग प्रमुख रूप से शामिल है, ताकि वे कनाडा में खालिस्तानी समर्थकों को निशाना बना सकें.
क्या कहा कनाडा ने?
ब्रिजेट गॉविन के अनुसार, "भारत दक्षिण एशियाई समुदाय को टारगेट कर रहा है, खासकर खालिस्तानी समर्थक तत्वों को. हमने देखा है कि RCMP के दृष्टिकोण से, भारतीय सरकार संगठित अपराध समूहों का उपयोग कर रही है. यह सार्वजनिक रूप से एक अपराधी समूह, विशेष रूप से बिश्नोई ग्रुप द्वारा दावा किया गया है. हमारा मानना है कि यह समूह भारत सरकार के एजेंटों से जुड़ा हुआ है."
'खालिस्तानी समर्थकों' को निशाना बना रहा लॉरेंस बिश्नोई गैंग
#WATCH | Ottawa, Ontario (Canada): "It (India) is targeting South Asian community but they are specifically targeting pro-Khalistani elements in Canada...What we have seen is, from an RCMP perspective, they use organised crime elements. It has been publically attributed and… pic.twitter.com/KYKQVSx7Ju
— ANI (@ANI) October 14, 2024
RCMP ने यह भी दावा किया कि हाल के वर्षों में, उन्होंने कई व्यक्तियों को हत्या, उगाही और हिंसक अपराधों में सीधे शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया है. इसके अलावा, खालिस्तान समर्थक आंदोलन से जुड़े लोगों के खिलाफ कई विश्वसनीय और तात्कालिक जान की धमकियां भी मिली हैं, जिसके चलते कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने 'ड्यूटी टू वॉर्न' की कार्रवाई की है.
भारत पर जासूसी के आरोप
RCMP के बयान में यह भी कहा गया कि भारत सरकार के एजेंट कनाडा और विदेशों में विभिन्न संस्थाओं का उपयोग जानकारी इकट्ठा करने के लिए कर रहे हैं. कुछ व्यक्तियों और व्यापारों को धमकाकर या दबाव डालकर भारतीय सरकार के लिए काम करने के लिए मजबूर किया गया. यह जानकारी फिर दक्षिण एशियाई समुदाय के सदस्यों को निशाना बनाने के लिए इस्तेमाल की जा रही है. RCMP ने कहा कि इस सबूत को भारतीय अधिकारियों के सामने प्रस्तुत किया गया है, और उनसे आग्रह किया गया है कि वे इस हिंसा को रोकने में सहयोग करें और इन मुद्दों को हल करने के लिए कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ काम करें.
भारत-कनाडा के बीच बढ़ता राजनयिक तनाव
यह आरोप उस समय सामने आए हैं जब भारत और कनाडा के बीच पहले से ही कूटनीतिक तनाव बढ़ता जा रहा है. कनाडा ने हाल ही में भारतीय उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा पर खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या की जांच में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया था. भारत ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कनाडाई राजनयिक को तलब किया था. इसके बाद भारत ने अपने कुछ राजनयिकों को वापस बुला लिया और कनाडा के 6 राजनयिकों को निष्कासित कर दिया.
भारत और कनाडा के बीच इस विवाद ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी ध्यान खींचा है. भारत ने कनाडा के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है, जबकि कनाडा ने अपने रुख को मजबूत करते हुए भारत पर गंभीर आरोप लगाए हैं. दोनों देशों के बीच यह कूटनीतिक संघर्ष आगे कैसे बढ़ेगा, इस पर सभी की नजरें टिकी हैं.