Kanwar Yatra 2020: भगवान शिव (Lord Shiva) के प्रिय मास सावन (Sawan Maas) की शुरुआत होते ही शिवभक्तों (Devotees of Lord Shiva) की कांवड़ यात्रा (Kanwar Yatra) शुरु हो जाती है और गंगाजल लेने के लिए भारी तादात में कांवड़िए (Kanwariya) हरिद्वार (Haridwar) पहुंचने लगते हैं. हालांकि इस साल कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) के प्रकोप के चलते उत्तराखंड सरकार (Uttarakhand Government) ने राज्य में कांवड़ यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया है. ऐसे में कांवड़ यात्रा में शामिल कांवड़ियों के प्रवेश को रोकने के लिए राज्य सरकार ने हरिद्वार की सीमाओं को सील कर दिया है और यहां आनेवाले भक्तों से वापस अपने-अपने राज्यों में लौट जाने का आग्रह किया जा रहा है.
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, उत्तराखंड सरकार ने कांवड़ यात्रा पर प्रतिबंध लगाते हुए कांवड़ियों के प्रवेश को प्रतिबंधित करने के लिए हरिद्वार जिले की सीमाओं को सील कर दिया है. पुलिस का कहना है कि राज्य सरकार ने इस साल कांवड़ यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया है, इसलिए किसी भी कांवड़िया को प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी. हम भक्तों से उनके राज्यों में वापस लौटने का अनुरोध कर रहे हैं. हरिद्वार में केवल उन्हीं वाहनों को प्रवेश दिया जा रहा है जो अपने राज्यों से जिलाधिकारियों की लिखित अनुमति लेकर आए हैं. यह भी पढ़ें: Amarnath Aarti 2020 Live Streaming: घर बैठे करें भगवान अमरनाथ के दिव्य दर्शन, देखें बाबा बर्फानी की आरती का लाइव टेलीकास्ट
देखें ट्वीट-
Uttarakhand govt seals borders of Haridwar district to restrict the entry of devotees for 'Kanwar Yatra'. Police says, "State govt has put a ban on Kanwar Yatra this year, therefore no 'Kanwariya' will be allowed to enter. We are requesting devotees to return to their states." pic.twitter.com/0qAmMf6ll9
— ANI (@ANI) July 7, 2020
गौरतलब है कि हर साल सावन के महीने में भगवान शिव के लाखों भक्त गंगा से पवित्र जल जाने के लिए कांवड़ यात्रा के तहत हरिद्वार पहुंचते हैं. सावन के पहले सोमवार के दिन श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगाने के लिए हरिद्वार जिले के नारसन, भगवानपुर, चिड़ियापुर और सप्तऋषि चौकियों को सील कर दिया गया, ताकि राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को रोका जा सके.