नई दिल्ली: बच्चों का बचपन बचाने के अभियान में लगे नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने यहां मंगलवार को कहा कि ऑनलाइन चाइल्ड पोर्नोग्राफी सामग्री बच्चों की वैश्विक तस्करी की बड़ी वजह है. अमेरिका जैसे शक्तिशाली देशों का समर्थन हासिल कर इस बुराई का अंत करना एक बड़ी चुनौती है. आईएएनएस के दफ्तर में पहुंचे सत्यार्थी ने देश और दुनिया के मौजूदा हालात पर अपनी बात रखते हुए कहा, "ऑनलाइन चाइल्ड पोर्नोग्राफी सामग्री के वितरण पर वैधानिक रोक के लिए हम संयुक्त राष्ट्र के अधिवेशन में इस पर प्रस्ताव लाने का प्रयास कर रहे हैं.
यह दुनियाभर के शक्तिशाली देशों के समर्थन से ही संभव हो पाएगा.सत्यार्थी ने यह बात अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अगले हफ्ते भारत आगमन से ठीक पहले कही. यह रेखांकित करते हुए कि उनका लक्ष्य दुनिया के 144 देशों में बच्चों का शोषण बंद कराना है. यह भी पढ़े: अमेरिका ऑनलाइन चाइल्ड पोर्नोग्राफी पर लगाम लगाने में भारत की मदद करेगा
सत्यार्थी ने कहा कि वह यूरोपीय कानून लाने की दिशा में भी काम कर रहे हैं, ताकि महिलाओं और बच्चों के शोषण पर आधारित यूरोपीय कंपनियों के उत्पाद व आपूर्ति श्रृंखला को तोड़ा जा सके.