जमशेदपुर के शास्त्रीनगर में रविवार की रात दो समुदाय के बीच तनाव के बाद उपद्रव, आगजनी और पथराव की घटनाओं के सिलसिले में भाजपा के कद्दावर नेता अभय सिंह सहित 60 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है. अभय सिंह की गिरफ्तारी के खिलाफ शहर के बिष्टुपुर थाने में सोमवार को घंटों हंगामा हुआ. स्थानीय लोगों ने उनकी गिरफ्तारी पर विरोध जताया. हंगामे के बीच उन्हें जेल भेज दिया गया है.
शहर में पूरे दिन तनाव की स्थिति बनी रही. सभी स्कूल बंद रहे. रैपिड एक्शन फोर्स और जमशेदपुर जिला पुलिस ने शहर के कई इलाकों में फ्लैग मार्च किया. अफवाहें फैलने से रोकने के लिए पूरे दिन शहर में इंटरनेट सेवा बंद रखी गई हैं. एसएसपी प्रभात कुमार ने बताया कि हालात नियंत्रण में हैं. उन्होंने लोगों से धैर्य, शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील की है.
एसएसपी ने कहा कि सद्भाव बिगाड़ने की कोशिश करने वालों को किसी कीमत पर नहीं बख्शा जाएगा. उपद्रव प्रभावित इलाकों की निगरानी के लिए ड्रोन लगाए गए हैं. अब तक 120 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की गई है. उपायुक्त विजया जाधव ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान नहीं दिया जाना चाहिए. जिला प्रशासन मुस्तैद है.
बता दें कि कदमा के शास्त्रीनगर ब्लॉक 3 में पीपलधारी जटाधारी मंदिर से कुछ ही दूरी पर रामनवमी के दिन स्ट्रीट लाइट पर महावीरी झंडा बांधा गया था. इसी बीच बीते शनिवार को कुछ शरारती लोगों ने ध्वज की रस्सी पर प्रतिबंधित मांस लटका दिया. इसपर लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया था. कार्रवाई के लिए 24 घंटे का समय पुलिस को दिया गया था.
इसी मामले को लेकर रविवार शाम छह बजे मंदिर कमेटी के लोग घटना को लेकर बैठक के लिए जुट रहे थे. आरोप है कि इसी दौरान 100 से अधिक संख्या में लोग पहुंच गए, जिनमें अधिकांश ने चेहरा ढंक रखा था. उन्होंने तोड़फोड़ और पथराव शुरू कर दिया. इसके बाद दोनों ओर से जोरदार पत्थरबाजी हुई. इस दौरान झोपड़ीनुमा आधा दर्जन दुकानों और दो दोपहिया वाहनों में आग लगा दी गई.
उपद्रव को शांत कराने के लिए पुलिस को हवाई फायरिंग करनी पड़ी. दो घंटे तक शास्त्रीनगर के ब्लॉक संख्या-2 में उपद्रव मचाने वालों का कब्जा रहा. इस दौरान उपद्रवियों की पत्थरबाजी से सड़क ईंट और पत्थर से पट गए. उपद्रवियों पर काबू में करने के लिए रैफ को उतारा गया. रैफ ने उपद्रवियों के खिलाफ छह राउंड आंसू गैस के गोले दागे. रैफ ने भीड़ को तितर-बितर कर दिया. अब क्षेत्र में स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है. क्षेत्र की सारी दुकानें बंद हो गईं.