आईटी मिनिस्टर रविशंकर प्रसाद का Twitter को अल्टीमेटम- भारत में व्यापार करना है तो यहां के संविधान, नियमों का पालन करना होगा

केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने गुरुवार को माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर को दो टूक संदेश दिया है. उन्होंने देश के नये सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) नियमों का पालन करने में विफल रहने के लिए ट्विटर की आलोचना की और स्पष्ट कहा कि भारत में व्यापार करना है तो यहां के संविधान और नियमों का पालन करना ही होगा.

केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने नये आईटी नियमों का पालन नहीं करने के लिए ट्विटर की आलोचना की (File Photo)

नई दिल्ली: केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad) ने गुरुवार को माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर को दो टूक संदेश दिया है. उन्होंने देश के नये सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) नियमों का पालन करने में विफल रहने के लिए ट्विटर की आलोचना की और स्पष्ट कहा कि भारत में व्यापार करना है तो यहां के संविधान और नियमों का पालन करना ही होगा. विशेषज्ञों का कहना है कि आईटी नियमों की अनदेखी के चलते अमेरिकी कंपनी ट्विटर ने भारत में मध्यस्थ प्लेटफार्म को मिलने वाली छूट का हक खो दिया है और अब यूजर्स के किसी भी तरह के गैरकानूनी पोस्ट के लिए उसे (ट्विटर) भी कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा. प्रसाद ने नये आईटी नियमों का पालन नहीं करने के लिए ट्विटर की आलोचना की

सोशल मीडिया की नई गाइडलाइन सूचना प्रौद्योगिकी (मध्यवर्ती दिशानिर्देश और डिजिटल मीडिया आचार संहिता) नियम, 2021 को लेकर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा “ये गाइडलाइन अचानक नहीं आई हैं, ये काम पिछले 3-4 साल से चल रहा था. इन गाइडलाइन का संबंध सोशल मीडिया के उपयोग से नहीं, सोशल मीडिया के दुरुपयोग से है. ताकि जब इनका दुरुपयोग किया जाए तो लोग शिकायत कर सकें.

उन्होंने कहा “25 मई को 3 महीने की अवधि पूरी हो गई मैंने फिर भी कहा कि ट्विटर को एक अंतिम नोटिस और दो. 3 पदाधिकारियों की नियुक्ति के लिए आपको बहुत बड़ी परीक्षा आयोजित करनी है? व्यापार करो, आपके यूजर्स सवाल पूछे उसका स्वागत है लेकिन भारत के संविधान और कानून का पालन करना पड़ेगा.”

रविशंकर प्रसाद ने कहा “जब भारतीय कंपनियां अमेरिका या दूसरे देशों में आईटी बिजनेस करने जाती हैं क्या वो अमेरिका या दूसरे देशों के कानूनों का पालन करती हैं या नहीं? आपको भारत में व्यापार करना है, प्रधानमंत्री और हम सबकी आलोचना करने के लिए आपका स्वागत है. लेकिन भारत के संविधान, नियमों का पालन करना होगा.”

केंद्रीय सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्री ने कहा कि अगर ट्विटर का एक ट्वीट को मैनिपुलेटेड या अनमैनिपुलेटेड ट्वीट घोषित करने के लिए नियम है तो ये गाजियाबाद मामले में लागू क्यों नहीं हुआ. गौरतलब है कि गाजियाबाद के लोनी में एक बुजुर्ग मुस्लिम व्यक्ति के साथ कथित रूप से मारपीट के मामले में ट्विटर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. गाजियबाद पुलिस ने एक वीडियो का प्रसार करने के लिए ट्विटर और छह लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जिसमें बुजुर्ग व्यक्ति यह कहते दिख रहा है कि उसके साथ मारपीट की गयी और उसे 'जय श्री राम' का नारा लगाने को कहा गया. पुलिस ने कहा कि यह सांप्रदायिक तनाव पैदा करने के लिए किया गया. जबकि कुछ आरोपियों और पीड़ित बुजुर्ग का धर्म एक ही है.

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