ISRO 2022 तक स्पेस में भेजेगा भारतीय अंतरिक्ष यात्री, तैयारियां शुरू
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन(इसरो) 2022 तक पहली बार किसी भारतीय अंतरिक्ष यात्री को अंतरिक्ष में भेजेगा. इसरो के एक अधिकारी ने अंतरिक्ष एजेंसी के चेयरमैन के सिवन के बयान के हवाले से कहा, "मानव अंतरिक्ष अभियान के लिए सभी महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियां विकसित की जा रही हैं.
बेंगलुरू: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन(इसरो) 2022 तक पहली बार किसी भारतीय अंतरिक्ष यात्री को अंतरिक्ष में भेजेगा. एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी. इसरो के एक अधिकारी ने अंतरिक्ष एजेंसी के चेयरमैन के. सिवन के बयान के हवाले से आईएएनएस से कहा, "मानव अंतरिक्ष अभियान के लिए सभी महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियां विकसित की जा रही हैं. हम 2022 तक किसी भारतीय अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष में भेजेंगे."
इससे पहले नई दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत 2022 तक मानव सहित गगनयान अंतरिक्ष में भेजेगा.
सिवन ने यहां सात जुलाई को एक समारोह में कहा, "मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियां तैनात की जा रही हैं, क्योंकि लोगों को अंतरिक्ष में भेजना भारत का सपना है."
इसरो चेयरमैन ने हालांकि स्वीकार किया था कि अंतरिक्ष एजेंसी अभी एक मानव अंतरिक्ष यान निर्माण करने के 'करीब नहीं' है.
सिवन ने कहा, "हम उसके (मानव अंतरिक्ष यान) करीब नहीं हैं. अंतरिक्ष में लोगों को भेजने की दिशा में हमारे सपने को पूरा करने के लिए हमें बहुत काम करने की जरूरत है."