छोटे निवेशकों को सरकार ने दी बड़ी सौगात, बचत योजनाओं पर अब मिलेगा ज्यादा मुनाफा
सरकार ने एनएससी (नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट) और पीपीएफ (पब्लिक प्रोविडेंट फंड) जैसी छोटी बचत योजनाओं यानी स्मॉल सेविंग स्कीम पर मिलने वाले ब्याज को अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के लिए 0.30-0.40 फीसदी तक बढ़ा दिया है.
साल 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले सरकार देश के मध्यम और निम्न वर्ग के लोगों को रिझाने का कोई भी मौका अपने हाथ से नहीं जाने देना चाहती. ऐसे में उन्हें खुश करने के लिए सरकार ने एक बड़ी सौगात दी है. वित्त मंत्रालय ने कई छोटी-छोटी बचत योजनाओं के ब्याज दरों में बदलाव किया है, जिससे छोटे निवेशकों को फायदा होगा. सरकार ने एनएससी (नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट) और पीपीएफ (पब्लिक प्रोविडेंट फंड) जैसी छोटी बचत योजनाओं यानी स्मॉल सेविंग स्कीम पर मिलने वाले ब्याज को अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के लिए 0.30-0.40 फीसदी तक बढ़ा दिया है.
सरकार की इस सौगात से पीपीएफ, सुकन्या समृद्धि योजना, किसान विकास पत्र, एनएससी और कम अवधि वाले छोटे-छोटे डिपॉजिट स्कीम में निवेश करने वाले छोटे निवेशकों को ज्यादा मुनाफा मिलेगा. इस बाबत वित्त मंत्री अरुण जेटली ने जानकारी देते हुए स्पष्ट किया है कि मौजूदा वित्तीय साल की तीसरी तिमाही यानी 1 अक्टूबर से 31 दिसंबर में इन योजनाओं में निवेश करने पर 4 फीसदी ब्याज मिलेगा.
ब्याज दरों में किए गए इस बदलाव के बाद अब सावधि जमा, आवर्ती जमा और वरिष्ठ नागरिक बचत योजना की ब्याज दरें बढ़कर क्रमश: 7.8 फीसदी, 7.3 फीसदी और 8.7 फीसदी हो गई हैं. पीपीएफ और एनएससी पर सालाना 7.6 फीसदी की दर से मिलने वाले ब्याज को बढ़ाकर अब 8 फीसदी कर दिया गया है.
सुकन्या समृद्धि खातों पर 8.5 फीसदी की दर से ब्याज दिया जाएगा, जबकि 1-3 साल की सावधि जमा ब्याज दर में 0.3 फीसदी की बढ़ोत्तरी की गई है. वहीं किसान विकास पत्र पर अब 7.7 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा और अब इसकी मेच्योरिटी 112 हफ्ते में होगी. हालांकि बचत जमा के लिए ब्याज दर 4 फीसदी बरकरार है.
बढ़ी हुई नई ब्याज दरें
- पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ)- 8%
- नेशनल सर्विस सर्टिफिकेट (एनएससी)- 8%
- वरिष्ठ नागरिक बचत योजना- 8.7%
- सुकन्या समृद्धि योजना- 8.5%
- किसान विकास पत्र- 7.7%