Golden Baba: कानपुर से 'गोल्डेन बाबा' हुए लापता; तलाश शुरू
काकादेव के रहने वाले 'गोल्डेन बाबा ' के लापता होने के पीछे पुलिस ने किसी अनहोनी की आशंका को खारिज किया है. पुलिस उपायुक्त पश्चिम बीबीजीटीएस मूर्ति, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त बृजेश कुमार श्रीवास्तव और सहायक पुलिस आयुक्त दिनेश चंद्र शुक्ला 'गोल्डेन बाबा ' के घर पर पहुंचे और परिजनों से पूछताछ की.
कानपुर: लाखों रुपये के सोने के जेवरात पहनने के कारण 'गोल्डेन बाबा' (Golden Baba) के नाम से मशहूर मनोज सेंगर (Manoj Sengar) रहस्यमयी परिस्थितियों में अपने घर से लापता हो गये हैं. पुलिस (Police) मामले की छानबीन कर रही है. 'गोल्डेन बाबा ' के परिजनों ने काफी देर तक उनकी खोजबीन करने के बाद पुलिस को उनके लापता होने की सूचना दी. परिजनों के मुताबिक वह मंगलवार की सुबह घर से गये थे और तब से वह वापस नही लौटे हैं. UP: बहराइच में बाघ ने किसान को बनाया निवाला, 10 मिनट तक जिंदगी के लिए Tiger के साथ करता रहा संघर्ष
काकादेव के रहने वाले 'गोल्डेन बाबा ' के लापता होने के पीछे पुलिस ने किसी अनहोनी की आशंका को खारिज किया है. पुलिस उपायुक्त पश्चिम बीबीजीटीएस मूर्ति, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त बृजेश कुमार श्रीवास्तव और सहायक पुलिस आयुक्त दिनेश चंद्र शुक्ला 'गोल्डेन बाबा ' के घर पर पहुंचे और परिजनों से पूछताछ की.
डीसीपी का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज से पता चला है कि मनोज सेंगर भगवा रंग के कपड़े पहनकर अपने कंधे पर एक बैग लेकर कहीं जा रहे हैं. मनोज सेंगर बिना किसी जेवरात के घर से निकले हैं इसीलिये किसी अनहोनी की आशंका नहीं है.
'गोल्डेन बाबा ' तब सुर्खियों में आए थे, जब उसने कोरोना महामारी के दौरान पांच लाख रुपये का सोने का मास्क बनवाया था. जेवरातों की उसकी दिवानगी के कारण उसे कानपुर का बप्पी लहरी कहा जाता है. वह हर दिन दो किलोग्राम सोने के जेवरात पहनते हैं.
मनोज सेंगर साथ ही चांदी के बने रिवॉल्वर केस में रिवॉल्वर रखकर चलते हैं. वह 10 साल पहले अदालत में लाखों रुपये के सोने के गहने पहनकर पहुंचने के कारण चर्चा में आए थे. करीब चार साल पहले उसे अगवा करने की कोशिश की गयी थी और उसे धमकियां भी मिल रही थीं.