RSS की गोवा इकाई के पूर्व प्रमुख वेलिंगकर जीएसएम में हुए शामिल, राज्य में मध्यावधि चुनाव होने को लेकर जताई आशंका
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की गोवा इकाई के पूर्व प्रमुख सुभाष वेलिंगकर रविवार को औपचारिक रूप से गोवा सुरक्षा मंच (जीएसएम) में शामिल हो गये.
पणजी: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की गोवा इकाई के पूर्व प्रमुख सुभाष वेलिंगकर रविवार को औपचारिक रूप से गोवा सुरक्षा मंच (जीएसएम) में शामिल हो गये. इस मंच का मार्गदर्शन उनके द्वारा ही किया जा रहा था. वेलिंगकर अब इस संगठन के प्रमुख होंगे. वेलिंगकर ने यहां जीएसएम कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए गोवा में मध्यावधि चुनाव होने की संभावना व्यक्त की. प्राथमिक शिक्षा में अध्ययन के माध्यम को लेकर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ वेलिंगकर के गंभीर मतभेदों के बाद 2016 में जीएसएम का गठन किया गया था.
जीएसएम ने शिवसेना और महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) के साथ गठबंधन करके 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में पांच सीटों पर चुनाव लड़ा था लेकिन उसे एक भी सीट पर जीत नहीं मिल पाई थी. उन्होंने कहा,‘‘गोवा की राजनीतिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए मध्यावधि चुनाव निकट है. गोवा विधानसभा चुनाव अगले वर्ष लोकसभा चुनाव के साथ होने की संभावना है.’’वेलिंगकर ने कहा कि जीएसएम अगले पांच वर्षों में अपनी सरकार बनायेंगी. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार निष्क्रिय हो चुकी है. यह भी पढ़े: कांग्रेस ने कहा- गोवा के सीएम मनोहर पर्रिकर नहीं रहे, इस खबर का बीजेपी ने किया खंडन
उन्होंने कहा,‘‘गोवा के लोग सरकार चलाने में भाजपा की विफलता और बीमार मनोहर पर्रिकर के मुख्यमंत्री के पद पर बने रहने की हठ के कारण त्रस्त हैं.’’वेलिंगकर ने कहा कि भाजपा के गठबंधन सहयोगी केवल सत्ता में बने रहना चाहते है। उन्होंने कहा,‘‘वे सार्वजनिक रूप से मांग कर रहे है कि उन्हें सत्ता का वितरण कर दिया जाये। वे पर्रिकर के साथ नहीं है.’’गौरतलब है कि मनोहर पर्रिकर की सरकार को गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी), एमजीपी और तीन निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त है.