मध्यप्रदेश: 10वीं बोर्ड की परीक्षा में POK को लेकर पूछे गए सवाल में छात्रों को दिया 'आजाद कश्मीर' का एक विकल्प, पेपर सेट करने वालों में 2 निलंबित
एक अधिकारी ने बताया कि इस मामले में विवाद पैदा होने के बाद पेपर सेट करने में शामिल दो अधिकारियों को मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देश पर निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही आजाद कश्मीर शब्द का उपयोग किए गये इन दोनों प्रश्नों को परीक्षा से हटा दिया गया है।
भोपाल: मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल :एमपीबीएसई: की कक्षा 10 वीं की परीक्षा में सामाजिक विज्ञान विषय के प्रश्न पत्र में दो सवालों में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर :पीओके: को आजाद कश्मीर लिखे जाने पर विपक्षी दल भाजपा ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए आपत्ति जतायी की है. एक अधिकारी ने बताया कि इस मामले में विवाद पैदा होने के बाद पेपर सेट करने में शामिल दो अधिकारियों को मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देश पर निलंबित कर दिया गया है. इसके साथ ही आजाद कश्मीर शब्द का उपयोग किए गये इन दोनों प्रश्नों को परीक्षा से हटा दिया गया है.
शनिवार को एमपीबीएसई की 10 वीं कक्षा के सामाजिक विज्ञान विषय के प्रश्न पत्र में विद्यार्थियों को मानचित्र पर आजाद कश्मीर की पहचान करने तथा एक अन्य प्रश्न में इस शब्द का तालिका में सबंधित वाक्य से मिलान करने का सवाल किया गया था. ट्विटर पर परीक्षा पत्र साझा करने वाले भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने पीटीआई भाषा से कहा, ‘‘कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। भारत सरकार पहले ही इस बारे में एक प्रस्ताव पारित कर चुकी है। क्या मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार ने आजाद कश्मीर को मान्यता दे दी है. यह भी पढ़े: अनुच्छेद 370 रद्द होने पर बोले पीएम मोदी- कुछ लोगों को लगता था जम्मू-कश्मीर में राज करना गॉड गिफ्ट है, अब लोकतंत्र होगा मजबूत
प्रदेश सरकार को इस सवाल का जवाब देना चाहिए।’’अग्रवाल ने कहा कि यह वही शब्दावली है जिसका उपयोग लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, पाकिस्तान और कुछ अलगाववादी लोग करते हैं। मुख्यमंत्री कमलनाथ ही नहीं, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को इस बारे में जवाब देना चाहिए. भाजपा नेता ने कांग्रेस सरकार पर यह जानबूझकर करने का आरोप लगाते हुए मांग की कि इसमें जिम्मेदार लोगों के खिलाफ राजद्रोह का मुकदमा दायर किया जाना चाहिए.
वहीं, प्रदेश कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा ने इस मामले में बताया कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने परीक्षा में इस तरह के सवाल पूछे जाने पर गुस्सा जाहिर करते हुए सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया है. सलूजा ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद प्रश्नपत्र सेट करने में शामिल अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। शिक्षा मंडल के एक अधिकारी ने बताया कि इस मामले में पेपर सेटिंग में शामिल दो अधिकारी, रायसेन के एक शिक्षक तथा तेंदूखेड़ा के एक व्यख्याता को निलंबित कर दिया गया है तथा मामले में जांच की जा रही है.