Coronavirus Vaccine: मोदी सरकार ने पूरी की टीकाकरण की तैयारी, ऐसे की जाएगी ट्रैकिंग
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा हुए प्रेस वार्ता में वैक्सीन और कोरोना की वर्तमान स्थिति को लेकर जानकारी दी गई. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि नवनिर्मित कोरोना वैक्सीन के आपातकालीन प्रयोग को स्वीकृति मिलने के 10 दिनों के भीतर ही टीकाकरण शुरू किया जा सकता है.
नई दिल्ली, 6 जनवरी: स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा हुए प्रेस वार्ता में वैक्सीन (Vaccine) और कोरोना (Coronavirus) की वर्तमान स्थिति को लेकर जानकारी दी गई. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि नवनिर्मित कोरोना वैक्सीन के आपातकालीन प्रयोग को स्वीकृति मिलने के 10 दिनों के भीतर ही टीकाकरण शुरू किया जा सकता है. उन्होंने आगे बताया कि देश में कोरोना वायरस संक्रमण के सक्रिय मामलों की संख्या में निरंतर कमी आ रही है. वहीं, कोरोना से स्वस्थ्य होने वाले लोगों की संख्या में इजाफा हुआ है. टीकाकरण (Vaccination) को लेकर तैयारी पूरी टीकारण कार्यक्रम को लेकर सरकार ने तैयारी पूरी कर ली है. वैक्सीन के भंडारण के लिए देश में कुल 41 कोल्ड स्टोरेज बनाए गए हैं.
कोविशील्ड ओर कोवैक्सीन को 2-8 डिग्री तापमान पर रखे जाने की जरूरत है. संपूर्ण टीकाकरण अभियान की डिजिटल तरीके से निगरानी की जाएगी. वहीं, स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि कोविड का निर्माण भारत ने किया है, लेकिन यह संपूर्ण विश्व के लिए है. स्वास्थ्य कर्मियों को नहीं कराना होगा टीकाकरण के लिए पंजीयन देशभर के स्वास्थ्य कर्मियों और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं को टीकाकरण के लिए पंजीकरण कराने की आवश्यकता नहीं होगी. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि उनकी जानकारी पहले से ही सिस्टम में उपलब्ध होगी.
व्यक्ति को वैक्सीन लगा है अथवा नहीं ये डिजिटल तरीके से रिकॉर्ड किया जाएगा. वैक्सीन की दूसरी खुराक लेने कब आना है इसकी जानकारी भी डिजिटल माध्यम से ही दी जाएगी. वहीं, यूके के नए स्ट्रेन का वैक्सीन के असर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. टीकाकरण के बाद किसी भी तरह की समस्या होने पर उसका निदान किया जाएगा. लगातार घट रही है मरीजों की संख्या स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि मरीजों की संख्या में कमी देखी जा रही है. 56 फीसदी मामलों में कोरोना के मरीज लक्षणरहित या हल्के लक्षण वाले हैं, जिन्हें होम आइसोलेशन में रखा गया है.
कुल सक्रिय मामलों में से 44 फीसदी मरीज अस्पताल में हैं, जिनमें मध्यम या गंभीर लक्षण देखे गए हैं. विश्व की अपेक्षा भारत में सक्रिय मामले कम है. प्रति दस लाख आबादी पर मौतों की संख्या भी कम है. दवाई भी कड़ाई भी, कोरोना से लड़ाई में ढिलाई नहीं भारत में अब तक कोरोना के नए स्ट्रेन के 71 मामले सामने आ चुके हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि संक्रमितों की संख्या में वृद्धि होने की आशंका है. ऐसे में प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए मंत्र, दवाई भी कड़ाई भी को याद रखते हुए सभी लोगों को कोरोना से बचाव के लिए जरूरी सावधानी बरतने को कहा गया है.