Dev Diwali 2024: काशी में दिखा अलौकिक नजारा, 17 लाख दीपों से जगमग हुए 84 घाट; देखें Videos
वाराणसी में देव दिवाली पर ऐसा अद्भुत नजारा दिखा जो हर किसी के लिए यादगार बन गया. 84 घाटों पर 17 लाख दीपों की रोशनी और गंगा किनारे की भव्यता ने इस पर्व को अद्भुत अनुभव में बदल दिया.
Dev Diwali 2024: वाराणसी में देव दिवाली पर ऐसा अद्भुत नजारा दिखा जो हर किसी के लिए यादगार बन गया. 84 घाटों पर 17 लाख दीपों की रोशनी और गंगा किनारे की भव्यता ने इस पर्व को अद्भुत अनुभव में बदल दिया. कार्तिक पूर्णिमा के इस पावन दिन पर ऐसा प्रतीत हुआ मानो पूरा देव लोक काशी में उतर आया हो. देव दिवाली के इस भव्य आयोजन का शुभारंभ नमो घाट पर हुआ, जहां उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीप प्रज्वलित कर इस अलौकिक पर्व की शुरुआत की.
इसके बाद काशी के सभी 84 घाटों पर एक-एक कर दीप जलने लगे और गंगा का किनारा रोशनी से सराबोर हो गया. काशी के घाटों पर अद्भुत नजारे और पर्यटकों की भीड़ दिखी. घाटों पर हजारों श्रद्धालु उमड़े. हर कोई इस मनोहारी दृश्य को अपने कैमरे में कैद करता नजर आया.
दशाश्वमेध घाट पर महाआरती आकर्षण का केंद्र
शाम होते ही छटा बिखरी
जैसे ही सूर्य अस्त हुआ, घाटों पर दीपों की माला ने ऐसा दृश्य पेश किया, मानो सितारे धरती पर उतर आए हों. देव दिवाली पर मां गंगा की महाआरती विशेष आकर्षण का केंद्र रही.
आरती के समय चारों ओर मंत्रोच्चार और शंख ध्वनि से घाटों का माहौल भक्तिमय हो गया.
सीएम योगी ने शेयर की तस्वीरें
सरयू घाट पर आरती
लेजर शो ने बढ़ाई भव्यता
चेत सिंह घाट पर आयोजित लेजर शो ने इस भव्य आयोजन को और भी खास बना दिया. आधुनिक तकनीक और धार्मिकता का यह संगम पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण रहा.
आतिशबाजी ने मोहा दिल
देव दिवाली केवल दीपों का उत्सव नहीं है, यह आस्था, भक्ति और भारतीय संस्कृति का प्रतीक है. मान्यता है कि इस दिन देवता स्वयं काशी आते हैं और गंगा में स्नान कर दीप जलाते हैं. इसीलिए इसे देवताओं की दिवाली कहा जाता है.
पर्यटन को बढ़ावा
इस आयोजन ने काशी में पर्यटन को नई ऊंचाई दी है. हजारों देशी-विदेशी पर्यटक इस पर्व का हिस्सा बनने के लिए वाराणसी पहुंचे. घाटों की सजावट, महाआरती, और दीपों की जगमगाहट ने हर किसी को मंत्रमुग्ध कर दिया.