Shraddha Murder Case: श्रद्धा जिंदा है, यह दिखाने के लिए उसका  इंस्टाग्राम यूज करता था आफताब
Shraddha Murder Case (Photo: ANI)

नई दिल्ली, 15 नवंबर : श्रद्धा वाकर की जघन्य हत्या की जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपी आफताब अमीन पूनावाला ने श्रद्धा के जिंदा होने का आभास देने के लिए जून तक उसके इंस्टाग्राम अकाउंट का इस्तेमाल किया. एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी. पूनावाला को शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी के महरौली इलाके में अपने लिव-इन पार्टनर की 18 मई को हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. बताया जा रहा है कि उसने श्रद्धा के शरीर के 35 टुकड़े कर 18 दिनों के भीतर अलग-अलग जगहों पर फेंके. जांचकर्ताओं ने कहा कि पुलिस की टीमें अधिक जानकारी हासिल करने के लिए उसके फोन को स्कैन कर रही हैं.

एक अधिकारी ने कहा, वह किसी भी संदेह से बचने के लिए श्रद्धा के इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक्टिव था. पुलिस की टीमें उसके मोबाइल फोन के विवरण की जांच कर रही हैं. 26 वर्षीय श्रद्धा के परिवार ने दावा किया कि कभी-कभी वह अपनी मां को बताती थी कि आफताब उसे पीटता है. एफआईआर के अनुसार, पीड़िता का परिवार रिश्ते के विरोध में था. इस पर श्रद्धा का कहना था कि वह 25 साल की है और उसे अपने फैसले लेने का अधिकार है. यह भी पढ़ें : बच्ची के साथ बलात्कार के मामले में भाजपा नेता को मिली जमानत

बाद में, उसने घर छोड़ दिया और आफताब के साथ रहने लगी. लेकिन कभी-कभी, वह अपनी मां को बताती थी कि आफताब उसे पीटता है. 2020 में उसकी मां का निधन हो गया. उसके लगभग 15 से 20 दिन बाद, उसने अपने पिता को फोन किया और आफताब द्वारा पीटे जाने की बात कही. पिता ने कहा, वह मुझसे मिली और जब मैंने उसे पूनावाला को छोड़ने और घर लौटने के लिए कहा, तो पूनावाला ने तुरंत उससे माफी मांग ली. जिसके चलते वह दोबारा उसके साथ वापस चली गई. उसने मेरे अनुरोध को नहीं सुना, जिसके कारण मैंने कई महीनों तक उससे बात करना बंद कर दिया.

पीड़िता के माता-पिता 2016 से अलग थे. 2018 में श्रद्धा के पिता को पता चला कि वह पूनावाला के साथ रिश्ते में हैं. पुलिस ने बताया कि आफताब ने 18 मई को श्रद्धा के शरीर के टुकड़े-टुकड़े करने के बाद एक नया रेफ्रिजरेटर खरीदा और उसमें शरीर के अंगों को रखा. बदबू से बचने के लिए उसने अपने घर पर अगरबत्ती जलाई. आफताब कथित तौर पर अमेरिकी क्राइम शो 'डेक्सटर' से प्रेरित था, जो एक ऐसे व्यक्ति की कहानी बताता है, जो दोहरी जिंदगी जीता है. सूत्रों ने बताया कि शेफ होने के नाते आफताब चाकू चलाने में माहिर था. हालांकि वारदात में प्रयुक्त चाकू अभी तक बरामद नहीं हो सका है.