Delhi Water Crisis: दिल्ली में पानी के लिए त्राहि-त्राहि, वजीराबाद प्लांट से NDMC को अब नहीं मिल रहा एक भी बूंद पानी- VIDEO

दिल्ली के लोगों को भीषण गर्मी के बीच पानी की एक-एक बूंद के लिए तरसना पड़ रहा है. आज तक न्यूज की खबर के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी में जल संकट इतना गहरा गया है कि 2 दिन से वजीराबाद प्लांट से एनडीएमसी (NDMC) को एक भी बूंद पानी नहीं मिला है.

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Delhi Water Crisis: दिल्ली के लोगों को भीषण गर्मी के बीच पानी की एक-एक बूंद के लिए तरसना पड़ रहा है. आज तक न्यूज की खबर के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी में जल संकट इतना गहरा गया है कि 2 दिन से वजीराबाद प्लांट से एनडीएमसी (NDMC) को एक भी बूंद पानी नहीं मिला है. दिल्ली जल संकट पर एनडीएमसी के उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने कहा कि नई दिल्ली में तीन इलाके ऐसे हैं, जहां पानी की कमी है. हमें 125 एमएलडी पानी की जरूरत है, जबकि उपलब्ध पानी 80 एमएलडी है.

''हमने समय-समय पर दिल्ली जल बोर्ड को पत्र लिखे हैं. समय की मांग है कि उचित जल प्रबंधन सुनिश्चित किया जाए. कुप्रबंधन के कारण दिल्ली के अन्य इलाकों में जो अराजकता जैसी स्थिति पैदा हुई है.

दिल्ली में जलसंकट से त्राही-त्राही

सतीश उपाध्याय ने आगे कहा कि दिल्ली सरकार हमें पर्याप्त पानी नहीं दे रही है. वह कह रही है कि उन्हें स्रोत से पानी नहीं मिल रहा है. यह सरकार टैंकर माफिया, टेंडर माफिया और भ्रष्टाचार में डूबी हुई है. इस सरकार के अधिकारियों पर टैंकर माफियाओं से हर महीने 60 लाख रुपये तक की रिश्वत लेने का आरोप है और उनके खिलाफ मामले चल रहे हैं. हर गर्मी के मौसम में पानी और बिजली की समस्या पैदा होती है. यह सरकार की जिम्मेदारी है कि अगले सीजन के लिए तैयारी का प्रावधान पहले से करके रखे.

AAP सरकार में दिल्ली जल बोर्ड पर 73 हजार करोड़ के लोन

दिल्ली जल संकट पर भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि आम आदमी पार्टी (AAP) को 600 करोड़ के फायदे पर दिल्ली जल बोर्ड मिला था और आज 73 हजार करोड़ के लोन पर है. इसकी जिम्मेदारी उन सब लोगों पर है, जिन्होंने जल बोर्ड को संभाला है. पानी की चोरी, बर्बादी और कालाबाजारी इन लोगों का धंधा है.

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