नई दिल्ली, 22 जुलाई: हथिनीकुंड बैराज से 2 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने के कारण यमुना नदी में जल के स्तर में बढ़ोतरी जारी है, इसलिए दिल्ली सरकार हाई अलर्ट पर है.
अगर नदी का जलस्तर 206.7 तक बढ़ गया तो यमुना खादर में बाढ़ आ सकती है. लगातार बढ़ते जल स्तर ने चिंता बढ़ा दी है, जिससे सरकार को दिल्लीवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय कदम उठाने पर मजबूर होना पड़ा है.
राजस्व मंत्री आतिशी ने कहा कि केंद्रीय जल आयोग के ताजा अपडेट के मुताबिक, संभावना है कि कल शाम तक यमुना नदी खतरे के निशान को पार कर सकती है. ऐसी स्थिति में उत्पन्न संभावित जोखिमों और चुनौतियों से निपटने के लिए सीएम अरविंद केजरीवाल एवं पूरी सरकार घटनाक्रम की बारीकी से निगरानी कर रही है.
इसके अलावा मंत्री आतिशी ने कहा कि अगर जल स्तर 206.7 तक बढ़ जाता है तो यमुना खादर के कुछ हिस्सों में बाढ़ आने की ज्यादा संभावना है. सरकार इन संवेदनशील क्षेत्रों में तत्काल निकासी करने के लिए पूरी तरह तैयार है.
प्रभावित निवासियों की भलाई सुनिश्चित करने के लिए राहत शिविरों का गहन निरीक्षण किया गया है और बड़े पैमाने पर तैयारी की गई है. आतिशी ने आश्वासन दिया कि निकाले गए लोगों को सम्मानजनक तरीके से ठहराने और समर्थन देने के लिए सभी जरूरी व्यवस्थाएं की गई हैं.
मंत्री ने आगे कहा कि राजस्व विभाग ने स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए व्यापक उपाय किए हैं. कोई भी क्षेत्र हो हमने आने वाली किसी भी चुनौती से निपटने के लिए पर्याप्त तैयारी की है.
दिल्ली सरकार जनता से अपील करती है कि इस महत्वपूर्ण समय में सतर्क रहें और अधिकारियों के साथ सहयोग करें. निवासियों को उभरती स्थिति के बारे में सूचित रखने के लिए नियमित रूप से अपडेट और सलाह प्रदान की जाएगी.