पराली से परेशान होकर CM अरविंद केजरीवाल ने की पीएम मोदी से दखल देने की मांग, कहा- प्रदूषण भी कोरोना लहर का कारण

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण पर दखल देने की अपील की है. कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से पीएम मोदी ने आज मुख्यमंत्रियों के साथ स्थिति की समीक्षा की.

पीएम मोदी और CM अरविंद केजरीवाल (Photo Credits: PTI)

नई दिल्ली: दिल्ली (Delhi) के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) से पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण (Pollution) पर दखल देने की अपील की है. कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से पीएम मोदी ने आज मुख्यमंत्रियों के साथ स्थिति की समीक्षा की. पराली जलाने से हुए प्रदूषण के कारण दिल्ली में कोविड-19 की मृत्यु दर बढ़ी

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण से छुटकारा दिलाने के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी से हस्तक्षेप की मांग की. इस दौरान उन्होंने पराली के लिए जैव डीकंपोजर के इस्तेमाल का भी जिक्र प्रधानमंत्री से किया. दिल्ली की वायु गुणवत्ता मंगलवार को “बेहद खराब” श्रेणी में दर्ज की गई. शहर के 38 में से छह केंद्रों पर वायु गुणवत्ता “गंभीर” श्रेणी में दर्ज की गई है. आज सुबह शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 361 दर्ज किया गया. जबकि दिल्ली का एक्यूआई सोमवार को 302, रविवार को 274, शनिवार को 251, शुक्रवार को 296, गुरुवार को 283 और बुधवार को 211 दर्ज किया गया था.

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोविड-19 की तीसरी लहर तक केंद्र सरकार के अस्पतालों में अतिरिक्त 1000 आईसीयू बेड के आरक्षण की मांग की. उन्होंने पीएम मोदी को जानकारी दी कि दिल्ली में 10 नवंबर को 8600 कोरोना वायरस संक्रमण के सबसे अधिक मामले सामने आये और तब से सकारात्मकता दर और केस लगातार कम हो रहे है. उन्होंने बताया कि दिल्ली में कोरोना की तीसरी लहर आने का एक कारण प्रदूषण भी है. PM मोदी ने तमिलनाडु, पुडुचेरी के मुख्यमंत्रियों से चक्रवात ‘निवार’ से निपटने की तैयारियों पर चर्चा की

दिल्ली सरकार के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक सोमवार को पिछले 24 घंटों में 7,216 रिकवरी के मुकाबले 4,454 नए मामले सामने आए. इस अवधि में संक्रमण से 121 मौतें दर्ज की गईं, जो अब तक की दूसरी सबसे अधिक मौतें हैं. सिर्फ नवंबर में होने वाली मौतों की संख्या 1,950 तक पहुंच गई है, जिससे मौतों की कुल संख्या बढ़कर 8,1212 हो गई. हालांकि संक्रमण की दर 11.94 प्रतिशत रही जबकि मामले की मृत्युदर 1.59 प्रतिशत हो गई है. दिल्ली में कोरोना के कुल मामलों की संख्या 5.34 लाख के पार पहुंच गई है. (एजेंसी इनपुट के साथ)

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