भुवनेश्वर: भीषण चक्रवाती तूफान 'तितली' ओडिशा के तट से बंगाल की खाड़ी में महज कुछ किलोमीटर की दूरी पर है. मौसम विभाग के मुताबिक तितली गुरुवार सुबह 5.30 बजे दक्षिण ओडिशा से टकराएगा. तूफान का सामना करने के लिए ओडिशा और आंध्र प्रदेश की सरकारें तैयारियों में जुटी हैं. मौसम विभाग ने गोपालपुर से आंध्र के कलिंगपटनम के बीच गुरुवार को भारी बारिश की संभावना जताई है.
ओडिशा सरकार के आदेश के बाद चक्रवाती तूफान 'तितली' की राह में आने वाले गंजम, पुरी, खुर्दा, जगतसिंहपुर और केंद्रपाड़ा जिलों के लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया जा रहा है. मौसम विभाग द्वारा चक्रवात तितली के गंभीर स्तर पर पहुंचने की सूचना देने के बाद मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने इन पांच जिलों के जिला अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि कोई दुर्घटना ना घटे.
चक्रवात और इसके साथ भारी बारिश आने की संभावना के बीच सभी अधिकारियों की छुट्टियों पर रोक लगा दी गई है. तूफान और बारिश से पूरे राज्य के चपेट में आने की संभावना है. जिसके मद्देनजर सभी स्कूलों, कॉलेजों और आंगनवाड़ी केंद्रों को 11 -12 अक्टूबर को बंद रखा जाएगा. शिक्षक हालांकि ड्यूटी पर रहेंगे. मुख्य सचिव आदित्य प्रसाद पधी ने कहा कि राज्य में 11 अक्टूबर को होने जा रहे छात्र संघ चुनावों को रद्द कर दिया गया है.
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने कहा कि बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवात तितली गंभीर स्तर को छूते हुए ओडिशा-आंध्र प्रदेश के तटों की तरफ बढ़ रहा है. मौसम विभाग ने कहा कि ओडिशा के गोपालपुर और आंध्र प्रदेश के कलिंगापत्तनम के बीच गुरुवार तड़के भूस्खलन होने की संभावना है.
गंजम, गजपति, पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, खुर्दा, नयागढ़, कटक, जाजपुर, भद्रक, बालासोर, कंधमाल, बौंध और ढेंकनल में गुरुवार तक तेज से मूसलाधार बारिश होने की संभावना है.
मुख्य सचिव ने कहा कि अब तक राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के 10 दल और ओडिशा आपदा त्वरित कार्य बल (ओडीआरएएफ) के आठ दल विभिन्न तटीय और आंतरिक जिलों में तैनात किए जा चुके हैं. सभी जिलों को ज्यादा से ज्यादा लोग रखने के लिए 836 बहुद्देशीय शिविरों को तैयार रखने के निर्देश दिए हैं.