COVID-19: दिल्ली से आई राहत भरी खबर, केस लोड हुए कम, पॉजिटिविटी रेट भी हुई 11 फीसदी
कोरोना वायरस महामारी ने देश की राजधानी दिल्ली में पिछले कुछ हफ्तों में जमकर कहर बरपाया, लेकिन अब धीरे-धीरे हालात वहां पर सामान्य हो रहे हैं. जिस वजह से राष्ट्रीय राजधानी में केस लोड कम हो रहे है, जबकि कभी 30 फीसदी रही पॉजिटिविटी रेट भी 11 फीसदी हो गई है.
नई दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी ने देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) में पिछले कुछ हफ्तों में जमकर कहर बरपाया, लेकिन अब धीरे-धीरे हालात वहां पर सामान्य हो रहे हैं. जिस वजह से राष्ट्रीय राजधानी में केस लोड कम हो रहे है, जबकि कभी 30 फीसदी रही पॉजिटिविटी रेट भी 11 फीसदी हो गई है. दिल्ली में आज भी पिछले 24 घंटे में कोरोना के 10,000 से कम केस आए हैं. दिल्ली मंत्रिमंडल ने लॉकडाउन से प्रभावित ऑटो-टैक्सी चालकों को वित्तीय मदद की मंजूरी दी
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के मुताबिक दिल्ली में 24 घंटे के दौरान लगभग 6,500 कोरोना केस आए हैं. 20 अप्रैल को दिल्ली में 28 हजार से भी ज्यादा केस आए थे. पिछले 24 घंटे में दिल्ली के अंदर कोरोना की संक्रमण दर संक्रमण दर घटकर 11 फीसदी हो गई है. 22 अप्रैल को कोरोना की संक्रमण दर 36 फीसदी थी.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया कि आज कोरोना के केस और कम आए हैं. पिछले 24 घंटे में कोरोना के 6,500 केस आए हैं, कल कोरोना के 8,500 केस आए थे. पिछले 24 घंटे में संक्रमण दर 11% हो गई है, कल संक्रमण दर 12% थी. दिल्ली में धीरे-धीरे कोरोना कम हो रहा है.
उन्होंने कहा “हमारे डॉक्टरों, इंजीनियरों और कामगारों ने सिर्फ 15 दिनों में 1000 आईसीयू बेड तैयार कर दिए, दुनिया भर के लिए ये एक मिसाल है. हम आज से ऑक्सीजन कंसंट्रेटर बैंक शुरू कर रहे हैं. हमने दिल्ली के हर ज़िले में 200-200 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर का बैंक बनाया है. ऐसे मरीज़ जो होम आइसोलेशन में हैं अगर उन्हें ऑक्सीजन की जरूरत पड़ती है तो हमारी टीम दो घंटे में उनके घर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर पहुंचा देगी.”
केजरीवाल ने आगे कहा “अगर किसी व्यक्ति को कोरोना है लेकिन वो किसी वजह से हमारे होम आइसोलेशन का हिस्सा नहीं है तो वो 1031 पर फोन कर होम आइसोलेशन का हिस्सा बन सकते हैं और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की मांग कर सकते हैं. हमारे डॉक्टर की टीम ये सुनिश्चित करेगी कि ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की जरूरत है या नहीं है.’ दिल्ली के अस्पतालों में दस दिनों में कोरोना के 3000 से अधिक बेड खाली हुए हैं.