जब हिन्दू और मुसलमान का फर्क प्लाज्मा नहीं करता तो हमे भी भेदभाव नहीं करना चाहिए, कोरोना से लोगों को लेनी चाहिए ये सीख: अरविंद केजरीवाल
दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल ने एक इंटरव्य में कोरोना वायरस को लेकर कहा कि कोरोना धर्म देखकर नहीं होता और प्लाज्मा भी धर्म देखकर जान नहीं बचाएगा. उन्होंने कहा कि जब हिन्दू और मुसलमान का फर्क प्लाज्मा नहीं करता तो हमे भी भेदभाव नहीं करना चाहिए
नई दिल्ली: कोरोना वायरस Coronavirus) की चपेट में पूरा देश है. भारत सरकार के साथ ही राज्य की हर सरकारें अपने अपने प्रदेश की जनता को इस महामारी से बचाने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है. लेकिन लाइलाज यह महामारी कम होने की अपेक्षा बढ़ते ही जा रहा है. क्योंकि अब तक इसके इलाज बीमारी की दवा नहीं खोजी जा सकी है. ऐसे में इस बीमारी का इलाज कुछ हद तक प्लाज्मा से किए जाने पर लोग ठीक हो रहे है. प्लाज्मा से ठीक हुए मरीजो को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का एक बयान आया है. उन्होंने कहा है कि जब हिन्दू और मुसलमान का फर्क प्लाज्मा (Plasma ) नहीं करता तो हमे भी भेदभाव नहीं करना चाहिए. बल्कि लोगों की जान को बचाने के लिए प्लाज्मा डोनेट करना चाहिए.
दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल ने एक इंटरव्यू में कोरोना को लेकर कहा कि कोरोना धर्म देखकर नहीं होता और प्लाज्मा भी धर्म देखकर जान नहीं बचाएगा. उन्होंने कहा कि जब हिन्दू और मुसलमान का फर्क प्लाज्मा नहीं करता तो हमे भी भेदभाव नहीं करना चाहिए बल्कि इस मुसीबत की घड़ी में सीख लेनी चाहिए कि हमें एक साथ कैसे रहना चाहिए . दिल्ली में कोरोना वायरस के मरीजों का प्लाज्मा थेरपी (Plasma Therapy) से इलाज करने को लेकर कहा कि प्लाज्मा थेरपी से चार लोगों पर ट्रायल हुआ जो लगभग सफल हुआ है. इसलिए इस मुसीबत की घड़ी में उनका लोगों से अपील है कि वे लोगों के बीच धार्मिक सोहार्द बनाए रखे. यह भी पढ़े: कर्नाटक में कोरोना वायरस के ‘गंभीर’ मरीजों के लिए प्लाज्मा पद्धति का परीक्षण शुरू
सीएम अरविन्द केजरीवाल का इंटरव्यू
बता दें कि दूसरे अन्य राज्यों की तरह देश की राजधानी दिल्ली भी इस महामारी से संक्रमित है. शनिवार को दिल्ली में 111 नए मरीज सामने आए हैं. दिल्ली में अब तक कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 2625 हो गई है. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार बीते 24 घंटे में 2252 सैंपल की जांच में 111 पॉजीटिव मिले हैं. अभी भी दिल्ली में 3709 सैंपल की रिपोर्ट आनी बाकी है. वहीं इस महामारी से दिल्ली में 54 लोगों को अपनी जाना भी गवानी पड़ी है.