कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने चेतावनी दी- हर किसी को देशद्रोही कहना खतरनाक चलन
उन्होंने एक बयान में कहा- किसी पर भी - चाहे वह विपक्षी दल हों, नागरिक समाज समूह, कार्यकर्ता, गैर सरकारी संगठन, न्यायपालिका, मीडिया और आम नागरिक हों, उन्हें 'देशद्रोही' के रूप में ब्रांडिंग करने की संस्कृति खतरनाक प्रवृत्ति है, जो हमारे लोकतंत्र को खत्म कर देगी और हमारे संविधान को नष्ट कर देगी.
नई दिल्ली, 14 अप्रैल: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शुक्रवार को कहा कि हर किसी पर 'देशद्रोही' का ठप्पा लगाना खतरनाक चलन है. उन्होंने एक बयान में कहा- किसी पर भी - चाहे वह विपक्षी दल हों, नागरिक समाज समूह, कार्यकर्ता, गैर सरकारी संगठन, न्यायपालिका, मीडिया और आम नागरिक हों, उन्हें 'देशद्रोही' के रूप में ब्रांडिंग करने की संस्कृति खतरनाक प्रवृत्ति है, जो हमारे लोकतंत्र को खत्म कर देगी और हमारे संविधान को नष्ट कर देगी. यह भी पढ़ें: Maharashtra: विधवाओं के लिए ‘गंगा भागीरथी’ शब्द के इस्तेमाल के प्रस्ताव का महिला आयोग ने स्वागत किया
कांग्रेस प्रमुख ने यह भी आरोप लगाया कि संसद को विपक्ष ने नहीं, बल्कि खुद सत्ता पक्ष ने बहस के बजाय युद्ध के अखाड़े में बदल दिया है. उन्होंने कहा, यह गंभीर आत्मनिरीक्षण का समय है कि क्या हम अपने लोकतंत्र के पतन की अनुमति देंगे और तानाशाही का मार्ग प्रशस्त करेंगे या अपने संविधान निर्माताओं के बेहतरीन आदशरें को संरक्षित करने का प्रयास करेंगे. विकल्प हमारे और केवल हमारे पास है.
खड़गे ने शुक्रवार को डॉ बी.आर. अंबेडकर की जयंती पर स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व और न्याय के लोकतांत्रिक सिद्धांतों के चैंपियन के रूप में सराहना की. उन्होंने कहा, वह आर्थिक और सामाजिक रूप से भारत और उसके समाज के परिवर्तन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के प्रति ²ढ़ थे. भारत के संविधान निमार्ता के रूप में हम सभी उनका बहुत सम्मान करते हैं. उन्होंने कहा कि अम्बेडकर ने बड़ी संख्या में मजबूत संस्थानों की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और उन्होंने जातिगत भेदभाव, लैंगिक असमानता और विभाजनकारी राजनीति को समाप्त करने के लिए कई महत्वपूर्ण हस्तक्षेप किए.