बेंगलुरू, 31 दिसम्बर : कर्नाटक कांग्रेस (Karnataka Congress) ने शनिवार को केंद्र सरकार की कर्नाटक मिल्क फेडरेशन (KMF) के विलय की योजना के संबंध में राज्य के लोगों से आह्वान किया. केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर कहा कि विलय के नाम पर केएमएफ को डुबाने की भाजपा की साजिश को रोकने के लिए कर्नाटक के लोगों को खुद को तैयार करना चाहिए. कांग्रेस ने कहा- केएमएफ राज्य के किसानों के लिए सहयोग का स्तंभ रहा है. अब इस पर केंद्र सरकार की बुरी नजर पड़ गई है. केंद्र सरकार ने पहले ही कर्नाटक के बैंकों को अन्य राष्ट्रीय बैंकों के साथ विलय करने के नाम पर खत्म कर दिया है.
मांड्या में मेगा डेयरी के उद्घाटन के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा था कि अगर अमूल और नंदिनी मिलकर काम करें तो तीन साल में हर गांव के स्तर पर प्राथमिक डेयरी होंगी. शाह ने यह भी कहा कि कर्नाटक मिल्क फेडरेशन (केएमएफ) को अमूल से सभी तकनीकी सहायता और सहयोग मिलेगा. अगर कर्नाटक और गुजरात इस दिशा में एक साथ आ जाएं तो इससे पूरे देश के किसानों को फायदा होगा. यह भी पढ़ें : New Year Celebration: नए साल के जश्न के मद्देनजर हैदराबाद में यातायात प्रतिबंध
1975 में, कर्नाटक ने 66,000 लीटर दूध का उत्पादन किया और अब 82 लाख लीटर दूध का उत्पादन कर रहा है. केएमएफ का टर्नओवर प्रति वर्ष 25,000 करोड़ रुपये है और लगभग 80 प्रतिशत पैसा किसानों के पास जाता है.